पटना।
बिहार के पूर्व मंत्री रमई राम का गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने पटना में अंतिम सांस ली। रमई राम मुजफ्फरपुर जिले की बोचहां सीट से विधायक रहे थे। वे जनता पार्टी से लेकर आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू में रह चुके थे। हाल ही में उन्होंने वीआईपी जॉइन की थी। उनके निधन से बिहार के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है। उन्हें आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता था।
उनके निधन की जानकारी खुद तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर दी है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा- “वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री और 9 बार विधायक रहे आदरणीय श्री रमई राम जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। वो एक कर्मठ और समर्पित राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. ॐ शांति ॐ.”
गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व की समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ।
अपने ज्ञान और विवेक से हमारे अंदर व्याप्त अज्ञान के अंधेरे को हटा उत्तम गुणों का संचार करने वाले समस्त गुरुजनों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करता हूं। #GuruPurnima
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 13, 2022
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया दुख
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि स्व रमई राम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि मेरे मंत्रिमंडल में मेरे साथ सहयोगी के रूप में रमई राम ने बहुत बेहतर कार्य किया था।
लालू और नीतीश सरकार में रह चुके हैं मंत्री
रमई राम 1972 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पहली बार विधानसभा चुनाव जीते थे। वे लगभग तीन दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे। इस दौरान जनता पार्टी, लोकदल, जनता दल, आरजेडी, कांग्रेस, लोजपा और जेडीयू के बाद वीआईपी में भी रहे। उन्हें आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव के सबसे करीबी नेताओं में से एक माना जाता था। हालांकि, लालू के बेटे तेजस्वी से उनके रिश्ते कुछ खास नहीं रहे।
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