‘‘रानी बनने का अहसास सुखद होता है, लेकिन इसके साथ बड़ी जिम्मेदारियाँ भी आती हैं’’- कहना है अवनीत कौर का, जिन्हों ने असली जिन्दगी में रानी बनने के बारे में अपने विचार रखे
सोनी सब के सबसे लोकप्रिय शोज में से एक ‘अलादीनः नाम तो सुना होगा’ का एक्शन दर्शकों को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर रहा है और अलादीन (सिद्धार्थ निगम) और यास्मीन (अवनीत कौर) का रोमांस सभी के दिल को छू रहा है।
सोनी सब के ‘अलादीनः नाम तो सुना होगा’ के नये चैप्टर ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया है, क्योंकि इसकी दमदार कहानी में ऐसे रोमांचक घटनाक्रम हैं, जो दर्शकों की पलकों को झपकने नहीं दे रहे हैं। बगदाद की पृष्ठभूमि पर आधारित इस जादुई फैंटेसी शो में हाल ही में यास्मीन के रोमांचक सफर को देखने का मौका मिला और वे बगदाद की राजगद्दी की उत्तराधिकारी बन गई है।
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असली रानी बनने का अनुभव बताते हुए अवनीत कौर ने कहा, ‘‘बगदाद की वास्तविक सुल्ताना’ का ताज पहनने के बाद यास्मीन और अलादीन का वह सपना सच हो गया है, जिसमें बुरे सुल्तान जफर ने कई बाधाएं डाली थीं। यास्मीन के पिता हमेशा से उसे रानी बनाना और राज करते देखना चाहते थे। तो जफर के जाल में फंसने और राजगद्दी उसके हाथ में जाने के बाद यास्मीन जफर को हटाकर मजबूत सुल्ताना बनी है। सुल्ताना यास्मीन अब तैयार है, क्योंकि उसने अब तक जो सीखा है, उस पर काम करेगी और अपने राज्य के भविष्य को संवारेगी। वह अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण चरण में आ चुकी है।’’
यास्मीन की भूमिका निभाकर दर्शकों और अपने प्रशंसकों को मुग्ध करने वाली इस युवा सनसनी ने आगे कहा, ‘‘अगर मुझे असल जिन्दगी में रानी बनने का मौका मिलता, तो मैं अपने लोगों के साथ विश्वास का समीकरण बनाती। मुझे लगता है कि राज करने का मतलब अपने हिसाब से नियंत्रण करना नहीं है, बल्कि लोगों से जुड़ना है। किसी राज्य पर शासन करने की शक्ति बहुत सारी जिम्मेदारियाँ लेकर आती है और मैं यह जानना चाहूंगी कि लोग क्या चाहते हैं, क्योंकि मैं मानती हूँ कि लोग अपनी बात सुनाना चाहते हैं और रानी के तौर पर मैं उनकी बात सुनूंगी।’’
अवनीत कौर को बगदाद की सुल्ताना के रूप में देखिये, प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार, ‘अलादीनः नाम से सुना होगा’ में, रात 9 बजे, केवल सोनी सब पर
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