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ओडिशा के ठाकुरानी सीमा से शुरू होकर ठंकुरा बस्ती और नोवामुंडी बस्ती तक फैली हुई है अवैध माइंस और उन पर खनन किये हुए हजारों टन अवैध लौह अयस्क
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अब तक न खनिज विभाग और वन विभाग की नज़र पड़ी है और न ही जिला प्रशासन को
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सेकोंडों एकड़ संरक्षित वन क्षेत्र में फैला हुआ है अवैध खदानों का जाल
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अगर जाँच की जाये तो अवैध खदान से लेकर कर क्रशर में उन अयस्कों को पिसने वाले कई होंगे सलाखों के पीछे
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लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान हुआ सबसे ज्यादा अवैध खनन
- एक एक रात में मशीन की मदद से 5 हज़ार टन से ज्यादा अवैध अयस्क खनन हुआ
बड़बिल : बड़बिल थाना व देवझर ग्राम पंचायत क्षेत्र के ठाकुरानी गाँव के झारखण्ड सीमा से संरक्षित वन क्षेत्र में शुरू होती अवैध लौह अयस्क की खदानों का मायाजाल सेकोंडों एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है .ठंकुरा बस्ती से शुरू होती अवैध खदानों का जाल दूर नोवामुंडी बस्ती तक जाती है .चरों तरफ छोटे बड़े खदाने और उनके बगल में खनन किये हुई अयस्क का हजारों टन का भंडार पड़ा हुआ है पर इसकी खबर शायद ही खनिज विभाग को है और न ही वन विभाग को .दुखत बात तो ये है स्थानीय नोवामुंडी पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं है .कारण की अब तक भंडार किये हुए अवैध अयस्क को जब्त नहीं किया गया .खनिज माफिया चरों तरफ क्षेत्र में अपनी निजी माइंस चला रहें हैं .हर घर के आगे अवैध लौह अयस्क का भंडार है और मजबूर ग्रामीण उन अयस्क को धान के पुआल से उन्हें छिपाने की कोशिस कर रहे हैं .ठंकुरा बस्ती में तो खनिज माफियाओं ने हद ही कर दी ,यहाँ पोकलेन मशीन की मदद से संरक्षित वन क्षेत्र में अपनी निजी माइंस ही बना डाली है और एक रात या दो रात में नहीं बनी है .इस अवैध माइंस में सालों बिना किसी डर के हजरों टन लौह अयस्क की चोरी की गई और सीधे सरकार को करोंड़ों का चुना लगाया गया.सूत्रों की माने तो लोक सभा चुनाव तथा विधान सभा चुनाव के दौरान खनिज माफिया बड़े आराम से मशीन लगा के चोरी को अंजाम दिए हैं .अवैध खनन हुए क्षेत्रों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की किस गति से अयस्क की चोरी की गई.इन दोनों ही क्षेत्र में कई जगह लौह अयस्क को जमीन खोद कर छुपाने की कोशिस की गई है और तो ओर कई जगह अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्डे को मिटटी से दबाने की कोशिस तक की गई है पर लौह माफिया इसमें कामयाब नहीं हुए. देखने पर इसकी सारी जानकारी मिलती है अगर नोवामुंडी और बड़ा जमादा स्थित क्रशरों के स्टोक की जाँच किया जाये तो बहुत कुछ सच सामने आ जायेगा. अब हजारों टन भंडार किये हुए अवैध अयस्कों को अब तक किस के स्वार्थ से जब्त नहीं किया गया और किसके संरक्षण में ये गोरख धंधा फल फुल रहा है इस की चर्चा पुरे क्षेत्र में हैं .

(अगले भाग में क्षेत्र की अन्य अवैध खदानों की जानकारी देंगे )