बहरागोड़ा। आज स्थानीय महिला कल्याण समिति कार्यालय में “कुणाल की चौपाल” का आयोजन किया गया, जिस में बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कुणाल षड़ंगी ने जनता के प्रश्नों का जबाब दिया।
इस कार्यक्रम का संचालन राहुल अवस्थी ने किया, जिसका सीधा प्रसारण ट्वीटर व फेसबुक पर किया गया। इस कार्यक्रम के महत्व को इस बात से भी समझा जा सकता है कि झारखंड में इस से पहले सिर्फ तीन बार ही ट्वीटर पर ऐसी चौपाल का आयोजन हुआ है।
कार्यक्रम की शुरुआत कुणाल की शिक्षा-दीक्षा से संबंधित निजी प्रश्नों से हुई, जिसमे कुणाल ने बताया कि भले ही राजनीति उन्हें विरासत में मिली हो, लेकिन जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिये उन्होंने पिछले 5 वर्षों में, दिन में 16 घंटे जनता को दिये हैं।
इसके बाद उन्होंने बहरागोड़ा में, अपने द्वारा किये गए विकास कार्यों पर चर्चा करते हुए,
यूनिसेफ की मदद से चल रहे बाल पत्रकार, बाल-विवाह मुक्त बहरागोड़ा, और टीबी-मुक्त बहरागोड़ा जैसे प्रयासों का जिक्र किया, और इसके माध्यम से आम जनता के जीवन में पड़ रहे सकारात्मक प्रभावों के बारे में बताया।
महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए कुणाल ने बताया कि वह महिला जो सारी सृष्टि के जन्मदाता है, हमें उसका सशक्तिकरण नहीं, बल्कि उसके साथ खड़े होने की जरूरत है उस को सम्मान देने की जरूरत है, जिसकी वह हकदार है।
सोशल मीडिया के बारे में विधायक ने बताया कि सोशल मीडिया जनसंपर्क के एक महत्वपूर्ण टूल के तौर उभरा है, जिसकी सहायता से हम ना सिर्फ जनता से सीधे जुड़ पाते हैं, बल्कि जनता भी इसका इस्तेमाल करके अपने मुद्दे और अपनी शिकायतें तथा सुझाव हम तक सीधे तौर पर पहुंचा पाती हैं।
बहरागोड़ा के भविष्य में होने जा रहे विकास योजनाओं को लेकर ट्रिपल इंजन फार्मूले के बारे में उनसे पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार पहले से ही काफी बेहतर कर रही है और अगर बहरागोड़ा की जनता मुझे अपना प्रतिनिधि चुनती है, तो निश्चित तौर पर मैं बहरागोड़ा को रेलवे मानचित्र पर लाने का प्रयास करूंगा, और मुझे पूरा विश्वास है कि स्थानीय सांसद महोदय के सहयोग से, बहुत जल्दी हम दशकों पुराने इस सपने को पूरा कर पाएंगे।
जब उनसे झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा से जुड़ने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक जनप्रतिनिधि के तौर पर हमारी पहली जिम्मेदारी हमेशा क्षेत्र की जनता के प्रति है, और अगर हमें लगता है किसी दल की सरकार जनता के लिए बढ़िया काम कर रही है तो हमारा भी फर्ज बनता है, उन्हें बेहतर सुविधाएं दिलवाने के लिए और उनके मूड को समझते हुए उसी दिशा में हम आगे बढ़ें।
जब कुणाल से केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया की प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषि सम्मान योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत अभियान जैसी योजनाओं का लाभ क्षेत्र की जनता को मिल रहा है, और निश्चित तौर पर मेरी कोशिश रहेगी, कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसे पहुंचा पायें।
इस कार्यक्रम के दौरान, वहां उपस्थित आम जनता ने भी कई सवाल पूछे, जिनका विधायक ने त्वरित जवाब दिया। उदाहरण के तौर पर, एक स्थानीय महिला ने भाजपा सरकार द्वारा आदिवासियों के कल्याण हेतु किए जा रहे हैं कार्यों के बारे में जानकारी मांगी, जिस पर विधायक ने उन्हें बताया कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने आदिवासी समाज की प्रमुख भाषा संथाली को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाया। आज राज्य सरकार की पहल पर स्कूलों में ओलिचिकि लिपि के माध्यम से भी पढ़ाई हो रही है, जिससे बड़ी संख्या में छात्र व युवा अपनी संस्कारों, अपनी जड़ों की ओर लौटने को प्रोत्साहित हो रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने याद दिलाया कि राज्य की भाजपा सरकार ने ही संथाल परगना के प्रमुख धार्मिक स्थल लुगुबुरु घंटाबारी के मेले को राजकीय दर्जा देने का काम किया है। उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड में बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं जिन्हें आवास, शौचालय, अनाज, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन समेत सभी तरह की सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है।
इस क्षेत्र में पहली बार हुए इस तरह के अनूठे आयोजन को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक जुटे थे, जिन्होंने विधायक के साथ सीधे संवाद के इस कार्यक्रम के प्रारूप को सराहा।
Comments are closed.