World Earth Day 2022, : पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलित रखने के लिए आनंद मार्ग की ओर से बांटे गए हर तरह के पौधे

पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी की गर्मी को कम करने के लिए पृथ्वी बचाओ सप्ताह मना कर 600 पौधों का वितरण किया गया

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पृथ्वी को बचाना ह तो पेड़ लगाना ही होगा

नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं

जमशेदपुर।

सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति में पृथ्वी बचाओ सप्ताह के सातवें दिन तक लगभग 600 से भी ज्यादा पौधों का वितरण किया गया
पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी की गर्मी को कम करने के लिए पृथ्वी बचाओ सप्ताह मना कर 600 पौधों का वितरण किया गया

सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति में प्रत्येक दिन सुबह 6 बजे से 9 बजे तक बांटे गए पौधे
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से से पिछले 15 सालों से आज तक लगभग 1लाख 25 हजार से भी ज्यादा पौधा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है

आनंद मार्ग का कहना है कि जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए , मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है

 

पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलित रखने के लिए आनंद मार्ग की ओर से बांटे गए हर तरह के पौधे

आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से”एक पेड़ कई जिंदगी” अभियान के तहत विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर सात दिवसीय निशुल्क पौध वितरण का शुभारंभ 16 अप्रैल को किया जो 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस तक चला

आनंद मार्ग का कहना है कि अगर पृथ्वी को बचाना है तो पेड़ लगाना ही होगा जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए , मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है

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