जमशेदपुर:
पूर्वी भारत में गुणवत्ता आधारित शिक्षा और औद्योगिक सहयोग को नई दिशा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), जमशेदपुर और इंडियन फाउंडेशन फॉर क्वालिटी मैनेजमेंट (IFQM) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह साझेदारी NIT की सेक्शन-8 कंपनी “NITJSR सेंटर फॉर इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन काउंसिल” के माध्यम से की गई है।


इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के बीच समन्वय बढ़ाकर छात्रों को नवाचार, व्यावहारिक प्रशिक्षण और वास्तविक औद्योगिक अनुभव प्रदान करना है। साथ ही, फैकल्टी विकास, प्रमाणन कार्यक्रम, औद्योगिक भ्रमण और MSME भागीदारी को भी सशक्त किया जाएगा।
IFQM, जो टाटा स्टील और टीवीएस जैसी अग्रणी कंपनियों से जुड़ा हुआ है, पूर्वी एवं दक्षिण भारत में गुणवत्ता प्रबंधन को नई दिशा देने में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान शिक्षा और उद्योग जगत के कई प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित थे। IFQM की ओर से श्री सौमित्र भट्टाचार्य, श्री पी. कनियप्पन, श्री आर.के. शेनॉय और श्री अंकुर गंडोत्रा मौजूद थे। वहीं टाटा स्टील की ओर से श्री पीयूष गुप्ता, डॉ. वसंत, सुश्री अदिति सिन्हा और श्री अविनाश कुमार ने भाग लिया।
NIT जमशेदपुर की ओर से संस्थान के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर, रजिस्ट्रार कर्नल एन.के. राय, प्रो. अमरेश कुमार, प्रो. एम.के. सिन्हा, प्रो. सतीश कुमार, प्रो. पी. चंद, डॉ. हसन और डॉ. रामकृष्ण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि “एकेडमिक-इंडस्ट्री” समन्वय आज की जरूरत है, जिससे विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख शिक्षा के साथ-साथ नवाचार पर भी ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। यह समझौता राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्ता-संवेदनशील और व्यावहारिक दक्षताओं से युक्त कार्यबल के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।