Indain Railway Irctc:रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीसी से झंझारपुर-सहरसा रेल परिचालन को दिखाई हरी झंडी. 88 सालों बाद माँग हुई पूरी, कोशी महासेतु से गुजरी डीएमयू ट्रेन

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अजय धारी सिंह

मधुबनी: शनिवार को पूर्व निर्धारित समय दोपहर 2 बजे भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मिथिलांचल एवं सीमांचल के लोगों का बहुप्रतीक्षित ट्रेन सेवा की माँग को पूरा करते हुए झंझारपुर जंक्शन पर खड़ी डीएमयू ट्रेन संख्या 05553 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
कोसी मेगाब्रिज के निर्माण में 491 करोड़ रूपए की लागत आयी है. यह परियोजना 206 किलोमीटर लंबे सकरी-लौकहा बाजार-निर्मली एवं सहरसा-फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना का भाग है. इसकी कुल स्वीकृत लागत 1584 करोड़ रूपए है. इस वर्ष के अंत तक इस परियोजना के पूर्ण होने की संभावना है.

उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि 88 साल पहले 1934 के विनाशकारी भूकंप के कारण मिथिलांचल दो भागों में विभक्त हो गया था. आज से ट्रेन सेवा के बहाल हो जाने से मिथिलांचल के साथ ही बिहार के लोगों के लिए यह गौरव की बात है. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिए रेलवे बजट को पहले की तुलना में तिगुना कर दिया है. श्री वैष्णव ने यहाँ के सांसद व जनप्रतिनिधियों को रेलवे के विकास के लिए आगे आने को कहा. उन्होंने कहा आप एक कदम चलें मैं दस कदम आगे बढाने को तैयार हूँ. बताते चलें कि मिथिला वासियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा. ट्रेन सेवा के बहाल हो जाने से मिथिलांचल सीमांचल के आपस में जुड़ने की आस पूरी हो गयी.

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में पूर्व मंत्री सह झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा ने तमुरिया स्टेशन के निकट रैक प्वॉइंट बनाने तथा ऑटोमैटिक कोच वाशिंग मशीन के निर्माण की माँग की. पूर्व मंत्री ने अपने सम्बोधन में केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल पॉलिसी का जिक्र करते हुए मिथिला क्षेत्र में रोजगार व पर्यटन की सम्भावनाओ को बढाने व कृषकों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से इस योजना को इस रेलखंड पर स्थापित करने का भी आग्रह किया. नीतीश मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री व तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने साकार करने की दिशा में इस परियोजना को स्वीकृति दिलाई एवं वर्ष 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कोसी रेल महासेतु का शिलान्यास किया. धीमे कार्य के बाद पुनः वर्ष 2014 में एनडीए सरकार बनने के उपरांत सितम्बर 2020 में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन किया.

उदघाटन समारोह को बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, सांसद रामप्रीत मंडल, स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा समेत मंचासीन सुपौल सांसद दिलेश्वर कामैत, मधेपुरा सांसद दिनेशचंद्र यादव आदि ने भी संबोधित किया. 88 वर्ष से बंद पड़े रेल मार्ग के चालू होने के ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए समारोह स्थल पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे. उत्साहित भारी भीड़ को नियंत्रित करने में आरपीएफ जवान को काफी मशक्कत करना पड़ा. डीआरएम अशोक अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि रविवार से टाइम टेबल के अनुसार प्रतिदिन 3 उप और 3 डाउन ट्रेन चलेगी.

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