Mahashivratri 2022 : हर हर महादेव के नारे से गूंजा बाबा बैद्यनाथ धाम
शिवरात्रि महोत्सव में सभी के पूर्ण सहयोग के लिए धन्यवादः उपायुक्त.
देवघर।
महाशिवरात्रि को लेकर आज के दिन की महत्ता बढ़ जाती है। ऐसे में अहले सुबह से बाबा बैद्यनाथ का सुलभ जलार्पण निरंतर श्रद्धालुओं द्वारा किया गया। वही अर्द्धरात्रि से ही श्रद्धालुओं को कतारबद्ध हो प्रतीक्षारत देखा गया। सुबह तक इनकी कतार धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए बी0एड0 काॅलेज तक थी। जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की आज होने वाली अप्रत्याशित भीड़ का अनुमान लगाते हुए पहले से हीं सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई थी, ताकि श्रद्धालुओं की कतार ज्यादा दूर तक न जाय व लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े। श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रण करने एवं सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखने हेतु प्रशासन रात्रि से ही मुस्तैद दिखा। वही आज सुबह मंदिर पट खुलने के पश्चात बाबा का जलार्पण शुरू होते हीं पूरा मंदिर परिसर हर-हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान हो गया। आज शाम तक जहाँ बाबा को जलार्पण करने वाले लोगों की कुल संख्या 237,600 हैं। वहीं शीघ्रदर्शनम् के जरिये 13200 लोगों ने जलार्पण किया।
इसके अलावे उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवरात्रि मेला के सफल संचालन में सहयोग हेतु सभी का आभार प्रकट किया है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सभी वरीय अधिकारियों, पुरोहित समाज, पण्डा धर्मरक्षिणी के सभी सम्मानित सदस्य व मंदिर कर्मियों के साथ-साथ सभी दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस बल के जवान एवं सहयोगी कर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले कई दिनों से जिस प्रकार आप सभी ने पूरे तत्परता एवं मेहनत के साथ कार्य किया है वह वाकई काबिले तारीफ है। आप सभी के सहयोग के वजह से हीं यहां आगन्तुक देवतुल्य श्रद्धालओं के सुलभ जलार्पण की व्यवस्था के साथ-साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ससमय किया जा सका। टीम वर्क का एक बेहतर उदाहरण पेश करते हुए जिस प्रकार आप सभी ने पूरेे तत्परता व कर्तव्य निष्ठा के साथ शिवरात्रि महोत्सव के सफल संचालन हेतु अपने दायित्वों का निर्वहन किया है, वह सराहनीय है। इस प्रकार के भव्य आयोजन में सभी का सहयोग आपेक्षित होता है, चाहें वह दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सुरक्षा कर्मी या आम नागरिक हीं क्यों न हो। सभी के सहयोग से इतने बड़े तादाद में यहां आये श्रद्धालुओं का सुगम जलार्पण कराते हुए उन्हें हर संभव सुविधा उपलब्ध करायी जा सकी, ताकि वे यहां से एक सुखद अनुभूति लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सके।
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