Jamtara Saraswati Puja 2022 :एक तो संक्रमण काल ऊपर से बेमौसम की बरसात, मूर्तिकारों में छाई मायूसी

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जामताड़ा।
सरस्वती पूजा शनिवार को मनाया जाना है। ऐसे में जामताड़ा में इस त्योहार को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है। 5 फरवरी को बसंत पंचमी को लेकर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में माता सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने के मूर्तियों का ऑर्डर पहले से ही मूर्तिकारों को दे दिया गया है। हालांकि कोरोना को लेकर मूर्तिकारों की स्थिति पहले से बदतर हो गई है। वही गुरूवार की देर रात से रूक रूककर हो रही बारिश ने मुश्किले बढ़ा दी है।

बीते 2 वर्षों से कोरोना के कारण मूर्तियों का ऑर्डर कम मिलता था। ऐसे स्थिति में मूर्तिकारों की तकलीफ बढ़ती जा रही है। एक तो जैसे-तैसे कोरोना काल से आर्थिक स्थिति खराब हुई, ऊपर से अब मूर्तियों का ऑर्डर कम मिला है। इस परिस्थिति में वे करे भी तो क्या करें। बसंत पंचमी की राह मूर्तिकार पूरे सालभर से देखते रहते हैं, लेकिन इस तरह के इतने कम ऑर्डर ने उनकी कमर तोड़कर रख दी है। वही मौसम बिगड़ जाने के कारण भी मूर्ति कारों की स्थिति खराब हो रही है। ऑर्डर की कई प्रतिमाएं मूर्तिकार के यहां पड़ी हुई है। पश्चिम बंगाल के वर्धमान से आये मूर्तिकार सुदेव्य ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से जामताड़ा में आकर प्रतिमा का निर्माण कर रहा है। लेकिन पिछले 2 साल से स्थिति बद से बदतर हो गई है। महामारी ने इस व्यवसाय को चौपट कर दिया है।

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