Jamshedpur Today News:अंगदान को लेकर देशभर की यात्रा पर निकले मुंबई की दंपती को मिला शहर की नाम्या स्माइल फाउंडेशन का साथ

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: अंगदान को लेकर देशभर की यात्रा पर निकले मुंबई की दंपती को मिला शहर की नाम्या स्माइल फाउंडेशन का साथ, कई सामाजिक संगठन सम्मिलित रूप से झारखंड में आर्गन डोनेट को लेकर करेंगे जागरूक।

जमशेदपुर। मुंबई से एक दंपति अंगदान को लेकर जागरूकता अभियान के लिए निकले हैं। दंपति मुंबई से कार से निकलने के बाद दर्जनों शहरों में अंगदान को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। रतन भाल शेखर चिलाना एवं उनकी पत्नी नमिता दत्ता के शहर पहुंचने पर नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी समेत अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।

साकची के एक होटल में आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में कुणाल षाड़ंगी ने दंपति को इस नेक पहल हेतु आभार जताते हुए शुभकामनाएं व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अंगदान को लेकर उदासीनता से कई लोगों को जान गंवानी पड़ती है। उन्होंने झारखंड में अंगदान को लेकर सरकार द्वारा कोई पहल ना करने पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में केंद्र सरकार ने अंग दान को बढ़ावा देने के लिए 149.5 करोड़ के बजट के साथ राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम लागू किया है। कुणाल षाड़ंगी ने विश्वास जताते हुए कहा कि जमशेदपुर शहर रक्तदान के क्षेत्र में भारत के प्रमुख शहरों में से एक है, यहाँ के जागरूक नागरिक होने के कारण लौहनगरी जमशेदपुर भी अंगदान के क्षेत्र में पूरे देश में मिशाल कायम कर सकती है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में अंगदान को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। परंतु राज्य के किसी भी अस्पताल में अंगदान के प्रति अब तक कोई प्रकिया प्रारंभ ना होना दुःखद है। उन्होंने कहा कि शहर के अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा आगामी दिनों में इस बाबत सरकार तक बात पहुंचाकर शीघ्र ठोस पहल की मांग की जाएगी। श्री षाड़ंगी ने कहा कि भारत में आज भी जीवित लोगों के ही अंग दान करवाने की परंपरा है। कुल अंगदान का सिर्फ़ 5 प्रतिशत ही मृत शरीर का अंगदान होता है। डेढ़ लाख अंगदान की आवश्यकता वाले मरीज़ों के लिए सिर्फ़ बारह हज़ार ही अंगदाता हैं।

इस अवसर पर दंपति ने कहा कि कई घटना ने अंगदान की अहमियत को सिद्ध किया है। अगर सभी लोग इस पर गौर करें तो कई बीमार और लाइलाज बीमारी का दंश झेलने वाले लोग ठीक हो जाएंगे और उन्हें एक नई जिंदगी मिल जाएगी। इसलिए वे अंगदान के प्रति जागरूकता अभियान चला रहे हैं। अंगदान में 8 अंग शामिल हैं जिन्हें दान किया जा सकता है। स्वीकृति के पश्चात मृत व्यक्ति अपने किडनी, लीवर, फेफड़ा, ह्रदय, पैंक्रियास और आंत दान में दे सकते हैं।

इन समाजिक संस्थाओं का मिला समर्थन: इनर व्हील क्लब जमशेदपुर, वल्लभ यूथ ऑर्गनाइजेशन, लायंस क्लब, रोशनी, यंग इंडियंस व अन्य।

ज्ञात हो कि मुंबई के दंपति द्वारा देशभर के 131 शहरों में विविध कार्यक्रमों के माध्यम से अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा। इस दौरान अंगदान को लेकर 80 हजार संकल्प पत्रों का संकलन का लक्ष्य रखा गया है।

इस दौरान निकिता मेहता, अक्षरा आलोक, निशार खातून, सपन महतो, अमित मुखर्जी, अल्पा पारीख, श्वेता चंद, संगीता झा, पूर्वी घोष, तारू गांधी, मुरली मनोहर, पुलकित झुनझुनवाला समेत अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

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