*अकाली दल के साथ-साथ पंज प्यारों का हुआ अपमान: गोल्डू*
Jamshedpur।
सेंट्रल सिख नौजवान सभा के प्रधान सतबीर सिंह गोल्डू ने हरविंदर सिंह मंटू को सजा का आदेश देने वाले पांच-सदस्यीय कमिटी पर सवाल उठाते हुए बयान जारी किया की अकाली दल के होते हुए कोई और सजा कैसे सुना सकता है।
शनिवार को बयान जारी करते हुए सतबीर सिंह गोल्डू ने कहा यह अच्छी बात है कि साकची गुरुद्वारा के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू को अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने गुरुद्वारा परिसर में जोड़ों की सेवा कर प्राश्चित किया। लेकिन उन्हें सजा का आदेश देने वाली पांच-सदस्यीय कमिटी पर ऐतराज है। उन्होंने कहा सिख धार्मिक मामलों को देखने के लिए सर्वोच्च संस्था अकाली दल है तो फिर अकाली दल द्वारा ही सजा का आदेश पारित होना चाहिए था न कि किसी कथाकथित पांच-सदस्यीय कमिटी द्वारा। सतबीर सिंह गोल्डू ने कहा उस तथाकथित पांच-सदस्यीय कमिटी में कुछ लोग साबत-सुरत नहीं है और कुछ सदस्य अमृतधारी भी नहीं है तो फिर किस हैसियत से उक्त कमिटी ने हरविंदर सिंह मंटू को सजा सुनाई। उन्होंने कहा की सिख मर्यादा को दरकिनार कर सजा सुनाने की प्रक्रिया की गयी है यह अकाली दल के साथ-साथ पंज प्यारों का अपमान है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटि (एसजीपीसी) की भी अनदेखी है।
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