Jamshedpur Co-operative College:उच्च शिक्षा को डिजिटल करना अति आवश्यक हो गया है

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Jamshedpur।

जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज, जमशेदपुर के आइक्यूएसी सेल के तत्वाधान में सप्ताहव्यापी नई शिक्षा नीति- 2020 विषय पर आयोजित ऑनलाईन फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के अंतिम दिन मुख्य वक्ता के रूप में डॉ0 एस0 पी0 महालिक, (प्राचार्य, जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज) उपस्थित हुए, जबकि समापन समारोह की अध्यक्षता कार्यक्रम के संरक्षक- सह -प्रति कुलपति कोल्हान विश्वविद्यालय प्रो0 (डॉ0)अरुण कुमार सिन्हा ने किया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ0 अमर सिंह ने अतिथिद्वय का स्वागत किया एवं 03 दिसंबर से 8 दिसंबर 2021 तक चलने वाले इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।

अंतिम दिन के मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ0 महालिक ने नई शिक्षा नीति में शोध कार्यक्रम और उसकी रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य holistic एवं multi disciplinary शिक्षा पर जोर देना है। नई नीति के तहत UG एवं PG स्तर में ही शोधपरक पाठ्यक्रम तैयार किया जाना है। इस नीति में एमफिल को हटा दिया है। ग्लोबल स्टैण्डर्ड रिसर्च के अनुसार ही शोधकार्य को प्रमोट करना होगा और उसी के अनरूप शिक्षकों को भी अपडेट करना होगा। इसके अलावा डॉ0 महालिक ने कई शोध संबंधी जानकारियां प्रतिभागियों के बीच साझा किया।

कॉलेज के IQAC को-ऑर्डिनेटर डॉ 0नीता सिन्हा ने 6 दिनों के सभी वक्ताओं के व्यक्तव्य एवं कार्यक्रम का विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि 6 दिनों में चले इस FDP के मुख्य बिंदुओं का एक संक्षिप्त प्रतिवेदन तैयार कर उचित माध्यम से सरकार तक भेजी जाएगी। सफलता पूर्वक कार्यक्रम के आयोजन के लिए उन्होंने प्राचार्य सहित सभी के प्रति आभार प्रकट किया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ0 अरुण कुमार सिन्हा ने इस ज्वलन्त विषय पर FDP आयोजित करने के लिए पूरे महाविद्यालय परिवार की प्रशंसा की। अपने उद्बोधन में उन्होनें कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा जगत में हो रहे नवीनतम बदलाव को शामिल किया गया है। आज के संदर्भ में उच्च शिक्षा को डिजिटल करना अति आवश्यक हो गया है, तभी भारत वैश्विक स्तर पर खुद को खड़ा करने में सक्षम हो पाएगा। उन्होंने बताया कि NEP- 2020 में शिक्षा को वैज्ञानिक चिंतन के साथ जोड़ने पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि निःसंदेह NEP-2020 में कुछ चुनोतियाँ और समस्याएं भी है लेकिन समेकित रूप से उन चुनोतियों में से अवसर खोजकर राष्ट्र निर्माण एवं शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए NEP- 2020 के प्रावधानों को लागू किया जाना आज के समय की मांग है।

प्रतिभागियों में से डॉ0 सुनीता सहाय, डॉ0 अरुंधति डे एवं डॉ0 खुशवंत कौर ने FDP के संबंध में अपने विचार एवं अनुभव रखे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ0 स्वाति वत्स एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री के0 ईश्वर राव ने किया। श्री स्वरूप कुमार मिश्रा एवं श्री सुबोध कुमार ने तकनीकी सहयोग दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में IQAC सेल के सदस्य डॉ0 मुश्ताक़ अहमद, श्री ब्रजेश कुमार, डॉ0 दुर्गा तमसोय, श्री अशोक कुमार रवानी, श्री चंदन कुमार एवं शिक्षक तथा शिक्षकेत्तर कर्मियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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