जमशेदपुर। सोशल मीडिया और सूचना तकनीक पूरी दुनिया को तो एक सूत्र में तो जोड़ रही है, लेकिन झारखंड में ट्वीटर लगातार आम लोगों और सरकार के बीच संवाद-सेतु का काम कर रहा है, जिसका फायदा आम लोगों को सीधे तौर पर मिल रहा है।
ताजा उदाहरण आज सुबह का है, जब साकची (जमशेदपुर) स्थित अल्पसंख्यक महिला छात्रावास की छात्राओं के सामने, दीपावली के दिन भोजन का संकट खड़ा हो गया। दरअसल दिवाली की वजह से उनका मेस दो दिनों के लिए बंद हो गया है। छात्रावास में रहने वाली इन छात्राओं के पास भोजन की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी, तो इन्होंने छात्रावास की अधीक्षक से संपर्क साधा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
तत्पश्चात, इन्होंने एक पत्र ट्वीट कर झारखंड के आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन तक अपनी गुहार पहुंचाई। आनन-फानन में मंत्री जी के कार्यालय ने जिला प्रशासन से संपर्क साधा, और भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। कुछ देर बाद, उप विकास आयुक्त छात्रावास पहुंचे, और इन छात्राओं की दिवाली यादगार बनाने के लिए दोपहर में शानदार भोजन की व्यवस्था की गई।
जिला प्रशासन ने यह भी आश्वस्त किया कि रात के भोजन की व्यवस्था भी उनके द्वारा की जायेगी, और कल से मेस को दोबारा शुरू करवा दिया जायेगा।
इस घटना के सार्वजनिक होने के बाद मंत्री चंपई सोरेन और जिला प्रशासन के मानवीय दृष्टिकोण की, लोग सोशल मीडिया पर सराहना कर रहे हैं। ज्ञात हो कि चंपई सोरेन ट्विटर पर खासे एक्टिव रहते हैं, और हर दिन कई लोगों की सहायता करते हैं।
@DCEastSinghbhum इस मामले का संज्ञान लेकर, इन बच्चियों की सहायता करें। https://t.co/DpINoX4xfD
— Champai Soren (@ChampaiSoren) November 4, 2021
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