JAMSHEDPUR TODAY NEWS -जनसंघ के संस्थापक डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भाजमो कार्यकर्ताओं ने नमन किया.

293

भाजमो जमशेदपुर महानगर के द्वारा जनसंघ के स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने की उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया. जनसंघ के संस्थापक डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भाजमो कार्यकर्ताओं ने नमन किया.

JAMSHEDPUR

 

1947 आजादी के बाद, स्थापित हुई राजनीतिक दल जनसंघ के 70 वर्ष पुरे होने के उपलक्ष्य में भाजमो जमशेदपुर महानगर के द्वारा जिला कार्यालय साकची में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. भाजमो नेताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की चित्र पर पूष्पअर्पित कर श्रद्धांजलि व्यक्त की. भाजमो जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने जनसंघ की स्थापना काल से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों से कार्यकर्ताओं को रूबरू कराया. अनहोनें बताया की भारतीय जनसंघ का पूरा नाम: अखिल भारतीय जनसंघ था जो एक भारतीय दक्षिणपंथी राजनीतिक दल था. उस वक्त जो देश में हिंदुवादी विचारधारा के लोग थे उन्होंने हिंदुओं एवं बहुसंख्यक समाज की अस्मिता की रक्षा के लिए इस दल का गठन किया था. इस दल की स्थापना महान शिक्षाविद, सुप्रसिद्ध अधिवक्ता एवं प्रखर राष्ट्रवादी डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्रवाद की परिकल्पना के साथ सन 21अक्टूबर 1951 को दिल्ली में किया था क्योंकी नेहरु कैबिनेट से रहते हुए डाँ मुखर्जी ने महसूस किया की देश राष्ट्रवाद की परिकल्पना से विमुख हो रहा है और उन्होंने कैबिनेट से त्यागपत्र देकर इस दल की रचना की. यह वर्ष 1951 से 1977 तक अस्तित्व में रही तत्पश्चात जनता पार्टी में विलय हो गई. इस पार्टी का चुनाव चिह्न दीपक था. इसने 1952 के संसदीय चुनाव में 3 सीटें प्राप्त की थी जिसमे डाक्टर मुखर्जी स्वयं भी शामिल थे. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल (1975-1976) के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का गठन किया गया.
भारतीय जनसंघ वैचारिक रूप से आरएसएस के करीब था, और इसके अधिकांश राजनीतिक कार्यकर्ता आधार और आरएसएस रैंक के उम्मीदवारों को प्राप्त किया. जनसंघ की नीतियों की प्रासंगिकता वर्तमान में भी हैं और सैकड़ों जनसंघ विचारधारा के राष्ट्र प्रेमियों को 70 वें स्थापना दिवस कि हार्दिक बधाई देते हैं. भाजमो के तमाम कार्यकर्ता पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं डाँ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारधारा को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए देश में राष्ट्रवाद को मजबूत बनाने और हिंदुत्व कि रक्षा करने के लिए कार्य करेगी. इस दौरान मुख्य रूप से जनसंघ काल के रमेश कुमार,रविन्द्र प्रताप सिंह, कन्हैया दुबे, भाजमो पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, उपाध्यक्ष भासकर मुखी, वंदना नामता, महामंत्री मनोज सिंह उज्जैन, मंत्री राजेश कुमार झा, विकास गुप्ता, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि (व्यवसायी मामलों) व महानगर प्रवक्ता आकाश शाह, असीम पाठक, राजेश झा,अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष प्रकाश कोया, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष जोगींद्र सिंह जोगी, पेयजल सह प्रभारी शंकर कर्माकर, असंगठित श्रमिक प्रकोष्ठ के जिलाअध्य्क्ष पंकज श्रीवास्तव, जनकल्याण प्रतिनिधि मिष्टु सोना, शोसियल मीडिया प्रतिनिधि शेषनाथ पाठक, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, कदमा मंडल अध्यक्ष तिलेश्वर प्रजापति, लक्षमीनगर मंडल अध्यक्ष विनोद राय, साकची पश्चिम मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, सितारामडेरा मंडल अध्यक्ष बिनोद यादव, मानगो मंडल अध्यक्ष कन्हैया ओझा, अखिलेश कुमार, दिलीप जायसवाल, नीरज साहू, प्रेम सक्सेना, अमन सिंह, राकेश मंडल, अखिलेश यादव, विजय सिंह, किशोर चंद्रवंषी, श्रीराम शर्मा, दीपक मुंडा, किरण सिंह, रंजीता राय, काकोली मुखर्जी, आरती मुखी, पुतुल सिंह, पिंकी विश्वास, सीमा दास, किरण देवी, रेनु गुप्ता, शशुमीता, असीम पाठक, गौतम धर, धरमेंद्र , मोहरा यादव, अशोक साव सहित अन्य उपस्थित थे.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More