एमजीएम की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ ज्ञापन सौंपा
संवाददाता
जमशेदपुरः झारखंड वैश्य संघर्ष मोरचा के अध्यक्ष राकेश साहू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिंमंडल शहर आये स्वासथ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी से मुलाकात की तथा एमजीएम की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ ज्ञापन दिया तथा इसमे सुधार लाने की बात की. ज्ञापन में बताया गया है कि एमजीएम में न तो मरीजों को सही दवा मिलती है, न चिकित्सक समय पर बैठते हैं और न ही इसके रख-रखाव ही ठीक से किया जा रहा है. ज्ञापन में बताया गया है कि पांच करोड़ की निविदा की गयी है, पर काम धरातल पर नहीं दिखायी दे रहा है. ई टेंडर ढाई सौ करोड़ का हुआ था, लेकिन अब तक उसका क्रियान्वयन नहीं हुई, जिसकी जांच की जानी चाहिए, वर्षों जमे चिकित्सकों का तबादला की जाये तथा साफ-सफाई पर ध्यान दिया जाये. साथ ही अस्पताल परिसर में जो बाहरी चिकित्सकों का जमावड़ा लगा रहता है, उस पर रोक लगायी जाये. ऑपरेशन के नाम पर मरीजों को दौड़ाया जाता है, बाद में वही चिकित्सक नर्सिग होम में ऑपरेशन करते हैं. प्रतिनिधिमंडल में विजय गुप्ता, सुरेंद्र शर्मा, आलोक गुप्ता, सुधीर शर्मा, सुनील प्रसाद व कमलेश साहू शामिल थे.
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