जमशेदपुर।
टिनप्लेट वीआरएस कर्मचारी मंच के द्वारा जमशेदपुर उपश्रमायुक्त कार्यालय पर मंच के संरक्षक डाँ पवन पाण्डेय के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के उपरांत एक मांग पत्र उपश्रमायुक्त कार्यालय को सौंपा गया। मांग पत्र के माध्यम से यह मांग किया गया कि आज से लगभग 20 वर्ष पहले जब टिनप्लेट कंपनी अपनी बंदी के कगार तक पहुंच गई थी।और तब कंपनी प्रबंधन ने अपनी लागत कम करने की दिशा में आगे बढते हुए।स्थाई कर्मचारियों को वीआरएस दिलाने के लिए दबाव बनाया और यह आशवासन दिया गया कर्मचारियों को की उनके वीआरएस लेने के बाद कंपनी बंद होने से बच जाती है तो उनके स्थान पर उनके एक पूत्र जिसका उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया है। उसको कंपनी में स्थाई नियोजन दिया जायेगा। लेकिन इतने वर्षों में एक भी कर्मचारी पूत्र का नियोजन नहीं हुआ है।अब जबकि कंपनी की ओर से 150 नियोजन की बात सामने आई है तो हम यह कहना चाहते हैं कि इस 150 नियोजन पर पहला अधिकार वीआरएस कर्मचारियों के पूत्रों का है।जिन्होंने कंपनी को बंद होने से बचाने के लिए अपनी जिंदगी के मझधार मे कंपनी प्रबंधन के आश्वासन पर अपनी रोजीरोटी से हाथ धोया है। इसलिए किसी किमत पर इन नियोजन पर वीआरएस कर्मचारी पूत्रों का नियोजन होना चाहिए।मांग पत्र के आलोक में उपश्रमायुक्त कार्यालय ने मंच की ओर से 150 वीआरएस कर्मचारियों के पूत्रों की सूची मांगी है। सूची मिलने के उपरांत कंपनी प्रबंधन से इस दिशा में पहल कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में सुनिल महतो, यशवंत सिंह,गुरूदीप सिंह, सूरज मुण्डा,सोना राम मुर्मू, आंनद महतो,मधुसुदन पूर्ती, समीर बेरा, गनसाराम सोरेन मुख्य रूप से उपस्थित थे ।।
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