कोरोना काल में रायशुमारी के बाद कोल्हान प्रमंडल के जमशेदपुर महानगर, जमशेदपुर ग्रामीण, सरायकेला और पश्चिम सिहभूम के भाजपा जिला अध्यक्ष बदलने की बात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं जमशेदपुर जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार को बदलने को लेकर पार्टी में विरोध होना शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत पार्टी के जिला प्रवक्ता अंकित आनंद के ट्वीट से हुई।और इनके समर्थन में कई लोगो सोशल साईट में अपनी भावना को अवगत करा चुके है। वही पार्टी के जिला समिति से लेकर अब मंडल अध्यक्षो ने इस मामले के लेकर पूर्व मूख्यमंत्री ऱघुवर दास से भी मिल चुके है।वही इस मामले को लेकर वर्तमान महानगर अध्यक्ष के खिलाफ भी सोशल मिडीया मे लिखा जाने लगा है।
कार्यकर्ताओ के मन मे सवाल
कार्यकर्ताओं के अनुसार कोल्हान की सभी हार के कारण जिला अध्यक्षों को हटाना है तो प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश हो या जमशेदपुर के सासंद विधुत वरण महतो पर क्यों नहीं कार्रवाई हो रही है। उन लोगों का कहना है कि दीपक प्रकाश उस वक्त खुद कोल्हान के प्रभारी थे, तो उन्हें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ राज्यसभा की टिकट भी पार्टी दे रही है। यही नही पार्टी के द्रारा हार के बाद भी अभी तक समिक्षा बैठक क्यों नही हुई।वहीं यह भी कहना है कि विधानसभा हारने के बाद जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार ने हार का जिम्मा लेते हुए 23 दिसंबर को इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उस वक्त उनका इस्तीफा नामजूंर कर काम करने को कहा गया था।
राय़शुमारी से बने जिला अध्यक्ष
वही कार्यकर्ताओ का कहना है कि महानगर अध्यक्ष के लिए रायशुमारी हो गई है तो उसके अनुसार ही महानगर अध्यक्ष बने।और संगठन को लगे तो एक बार रायशुमारी करा ले। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कहा कि पार्टी में ऊपर से अगर अध्यक्ष थोपा जाएगा तो पार्टी में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होगी।
राज्यसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है
वहीं इस घटनाक्रम को झारखंड में होने वाले राज्यसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार राज्यसभा चुनाव में दीपक प्रकाश को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। दीपक प्रकाश अपने पक्ष में वोट मांगने के लिए सरयू राय के पास गए थे।क्योंकि जिला अध्यक्ष बदलने की सोशल साइट में लिखना शुरु भाजपा के निष्कासित नेताओं ने किया था।मालूम हो कि पूर्व मूख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रुप मे सरयू राय चुनाव लड़े थे। इस दौरान भाजपा के कई सदस्यो पर सरयू राय के लिए काम करने का आरोप लगा था।चुनाव के बाद कई लोगो को पार्टी विरोधी काम करने के आरोप में निलबिंत कर दिया गया था।
पूर्व मूख्यमंत्री ऱघुवर दास के करीबियो पर भी आरोप
वही पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओ की माने तो लॉक डाउन की अवधि में पूर्व सी एम रघुवर दास के आवास में चार –पांच कारीबी कार्यकर्ताओ का आना जाना लगा रहता था। इस दौरान सभी ने महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार की शिकायत की।और पूर्वी जमशेदपुर में हार का कारण ही उसी ही बताया। उसके बाद से ही सभी लोगो ने अपनी अपनी दावेदारी ठोक दी है।
सभी गुट सक्रिय
वही अध्यक्ष बदलने की चर्चा होते ही जमशेदपुर में सभी गुट के लोगो ने अपने दावेदारी ठोक दी है। और सोशल मिडीया में प्रचार प्रसार भी शुरु कर दिया है।पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खेमे से मिथिलेश यादव, गुंजन यादव, पवन अग्रवाल, रामबाबू तिवारी और संजीव सिह और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के खेमे से नंदजी प्रसाद, विनोद सिंह और राजकुमार श्रीवास्तव सासंद विद्युत वरण महतो के खेमे से संजीव कुमार जिला अध्यक्ष की दौड़ में हैं।
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