संवाददाता.चाईबासा,11 दिसंबर
चाईबासा जेल बे्रक मामले के मास्टर मांइड संजय गंझु को गुरुवार को रिम्स के आइसीयू में भर्ती कराया गया। संजय 10 लाख का ईनामी नक्सली है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे रिम्स में रखा गया है। उसके दाहिनी जांघ और बांयी पैर में गोली लगी है। बताया जाता है कि 9 दिसंबर को चाईबासा जेल ब्रेक के बाद संजय को सुरक्षाबलों ने जंगल से पकड़ा था। इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी। संजय के साथ दो और नक्सली भी थे। लेकिन वे भागने में सफल रहे। गोली लगने की वजह से संजय पकड़ा गया।
इस संबध में पश्चिम सिहभुम के एसपी नरेश कुमार सिह ने बताया कि चाईबासा के जेल ब्रेक के बाद जिला पुलिस और सीआरपीएफ द्धारा संयुक्त कॉबिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान पश्चिम सिहभुम और सिमडेगा जिला बोर्डर पर नक्सली के साथ मुठभेड़ हो गया। मुठभेङ के दौरान वहाँ मौजुद नक्सली भागने मे सफल रहा, लेकिन घटना स्थल जब पुलिस पहुँची तो देखा कि एक व्यक्ति गोली का शिकार होकर पङा हुआ है। पुछताछ में पता चला कि वह ईनामी नक्सली संजय गंझु उर्फ संजय बोदरा है। फिलहाल पुलिस ने उसे हिरासत मे लेकर इलाज के लिए राँची रिम्स भेज दिया हैं। एसपी ने बताया कि संजय गझु उर्फ संजय बोदरा पर सांरडा क्षेत्र मे जितने भी नक्सली घटना को अंजाम दिया गया है सब इसके द्वारा दिया गया हैं और इसके अलावे गुमला, सिमडेगा और खुँटी मे 60 से अधिक मामले संजय गंझु उर्फ संजय बोदरा पर दर्ज हैं। एसपी ने कहा कि दो दिन पूर्व चाईबासा मे हुए जेल ब्रेक का मुख्य सुत्रधार भी यही हो सकता हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व चाईबासा जेल ब्रेक के घटना दो नक्सली की मौत हो गई और 15 नक्सली फरार हो गए थे। फरार कैदी मे छह हार्डकोड नक्सली थे। जिला पुलिस के द्वारा जेल से फरार हुए नक्सली को पकङने के लिए जगह-जगह छापामारी कर रही है।
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