सुपौल।रवि रौशन
एक शादीशुदा दो बच्चे की मा से मोबाइल पर बात हुई और वह बात प्यार में बदल गया मामला जिले के पिपरा सदर प्रखंड के बकोर पंचायत परसौनी गांव निवासी मोहम्मद अपरुद्दीन की 25 वर्षीय पुत्री अफसाना खातून को पिपरा प्रखंड के राम नगर पंचायत वार्ड नंबर 6 निवासी राजदीप ठाकुर के पुत्र रघुनंदन कुमार ठाकुर ने 2 वर्ष पूर्व इस लड़की से मोबाइल पर बात की और वह बात इन दोनों को प्यार में बदल कर दोनों के बीच प्रेम प्रसंग का मामला बन गया। फिर दोनों की मुलाकात चोरी चुपके से होते होते दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। और दोनों ने आपस में शादी करने का और साथ रहने का कसम खाई। लड़की ने बताया कि मेरे गांव में रघुनंदन का चचेरा बहन रहती है। जहां से मेरा मोबाइल नंबर उनको मिला। और मोबाइल से मुझे बार-बार फोन करता था। मोबाइल से बात करने के दौरान मैंने उनसे बोला जो आप हमसे बात क्यों करते हैं। मैं शादीशुदा महिला हूं मुझे दो बच्चे हैं। तो उसने बोला कि आपके पति जो आपको छोड़ दिए हैं तो तो आप अकेली रहती हैं। मैं भी अकेला हूं। हम आपसे शादी करेंगे घर बसाएंगे। लड़के के झांसे में आकर मैं 2 वर्ष पहले वर्ष 2017 में सिंघेश्वर मंदिर में शादी कर के हम लोग दिल्ली चले गए। दिल्ली से डेढ़ वर्ष के बाद वापस आए तो वह घर नहीं ले जाकर सुपौल चकला निर्मली झक राही में दोस्त रूम पर रखा 2 दिन तक। वहां रघुनंदन का दो बहनोई एवं मां आकर हम लोगों से मुलाकात करने के बाद वापस चले गए। रघुनंदन द्वारा मुझे यह कह कर सुपौल से रामनगर अपने गांव ले गया कि चलो हम लोग अब घर पर साथ साथ रहेंगे। जब हम लोग राम नगर पहुंचे गुरुवार को सुबह 10:00 बजे तो वह मुझे रामनगर मध्य विद्यालय के समीप खड़ा कर सड़क किनारे वह बर्तन देने के बहाने अपने घर गया ।काफी देर होने के बाद जब यह नहीं आए तो उनके मोबाइल पर फोन लगाकर बात करना चाहे तो मोबाइल स्विच ऑफ पाया। तो मुझे एहसास हुआ कि वह मुझे छोड़कर भाग गए हैं। तो मैं उनके घर पर पहुंचा तो रघुनंदन के पिताजी राजदीप ठाकुर ने मुझे धक्का देकर घर से बाहर निकाल दिया और रघुनंदन का भाई एवं बहन ने मुझे केस पकड़कर मारपीट करते हुए घर से बाहर निकाल दिया। कौन है तुम जो मेरे घर में आई है रहने के लिए मैं तुमको नहीं जानता हूं तुम यहां से जल्दी निकलो गाली देते हुए धक्का मारते हुए घर से बाहर निकाल दिया। अफसाना खातून ने बताया कि कुछ दिन मुझे मधेपुरा में पेट्रोल पंप के पीछे भाड़ा लेकर 1 महीने तक रखा जहां मुझे टॉर्चर करने के बाद पुनः दिल्ली चले गए। एक बार मेरे पेट में पल रहे 3 महीने के बच्चे को गिरवा दिया ।और आज मैं गर्भवती हूं डेढ़ महीने से ।ऐसी हरकत करने के बाद आज मैं सुपौल महिला थाना में इन लोगों के ऊपर मारपीट करने एवं घर से भगाने का आरोप के साथ आवेदन दे रही हो ।उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
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