जमशेदपुर।युवा पार्श्वगायक अरुण देव यादव को बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में जबरदस्त ब्रेक मिली है। 26 जुलाई को देशभर में रिलीज़ होने वाली फ़िल्म ‘जजमेंटल है क्या..’ में अपनी मधुर और जादुई आवाज़ से अरुण देव लोगों के दिलों तक पहुंचेंगे। यह फ़िल्म बालाजी मोशन पिक्चर्स की एकता कपूर एवं कर्मा प्रोडक्शन द्वारा निर्मित है। फ़िल्म के मुख्य भूमिका में अभिनेता राजकुमार राव और बिंदास अदाकारा कंगना रणावत रहेंगे। दोनों ही मुख्य किरदारों पर फिल्माए गए एक बेहद ही दमदार गानें ‘पारा…पारा..’ को अरुण देव यादव ने स्वर दिया है। यह गाना दो दिन पूर्व ही ज़ी म्यूजिक के लेबल पर फ़िल्म के प्रमोशन के लिए यूट्यूब पर रिलीज़ की गयी है जो सोशल मीडिया पर धमाल मचा रही है। गाने को अबतक केवल यूट्यूब पर ही 26 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। लोगों को गाना पसंद आ रहा है।
“जजमेंटल है क्या” फ़िल्म में गाये ‘पारा.. पारा..’ गीत को स्वर देने वाले जमशेदपुर के युवा पार्श्वगायक अरुण देव यादव ने बताया कि बॉलीवुड के बड़े फिल्मों में अवसर मिलना उनके लिए बड़ी उपलब्धि है, जो उनकी कड़ी मेहनत और लोगों के प्यार से ही संभव हो सका है। कहा कि इस गाने में मस्ती, थ्रिल, सस्पेंस, ड्रामा और कॉमेडी के साथ-साथ महान संगीतकार आर.डी. वर्मन की छटा दिखेगी जो हर श्रेणी और वर्ग के संगीत प्रेमियों को भायेगी। इस गाने की संगीतकार रचिता अरोड़ा हैं और गीतकार हैं प्रखर।
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में पाँच साल के अपने करियर में अरुण देव यादव ने अबतक 05 फिल्मों में अपनी आवाज़ दी है। हाल हो में उन्होंने लौहनगरी जमशेदपुर शहर के सौ वर्ष पूरे होने पर थर्ड मार्च को बेहद प्यारी गीत ‘जमशेदपुर है मेरा’ शहर को समर्पित किया था। इस गीत को शहर के लोगों से काफ़ी प्यार मिला था।
अरुण देव यादव ने कहा कि यह अवसर उनके जीवन का बहुत बड़ा दिन है जब उनकी वर्षों की मेहनत और संघर्ष रंग लायी है। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि को जमशेदपुर और झारखंडवासियों को समर्पित किया। अरुण देव यादव बिरसानगर में बीएड कॉलेज के नज़दीक साधुडेरा निवासी हैं। अरुण की स्कूलिंग टेल्को के विद्या भारती चिन्मया विद्यालय से तथा कॉलेज की पढ़ाई करीम सिटी एवं कोऑपरेटिव कॉलेज से पूरी हुई। अरुण के पिता भुवनेश्वर प्रसाद यादव टेल्को के चिन्मय विद्यालय में ही स्पोर्ट्स टीचर रहें (अब सेवानिवृत्त)। वहीं उनकी माता कुसुम यादव गृहिणी हैं।
अरुण ने बताया कि संगीत की प्रारंभिक शिक्षा स्कूल की ही शिक्षिका कविता विश्वास और बाद में संगीत गुरु अंजन दास के सानिध्य में प्राप्त किया। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि के पीछे माँ-पिता और भाइयों के सपोर्ट तथा स्कूल, कॉलेज के दोस्तों, शिक्षकों और साथी कलाकारों का योगदान बताया। कहा कि संघर्ष के दिनों में सभी ने बेहद प्यार दिया और मनोबल बढ़ाया जो अविस्मरणीय रहा। बताया कि गायन के लिए पिता भुवनेश्वर प्रसाद यादव से प्रेरणा मिली जो बिरहा और भोजपुरी संगीत के अच्छे गीतकार हैं।
जमशेदपुर के लिए संगीत के क्षेत्र में एक उभरते हुए हस्ताक्षर अरुण देव यादव कहते हैं कि अगर सच्ची लग्न, मेहनत, स्वयं पर विश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं। विदित हो कि अरुण देव यादव ने वर्ष 2012 में महुआ चैनल के सुपरहिट रिएलिटी शो “सुरों का महासंग्राम” का टाइल अपने नाम कर झारखंड के नाम रौशन किया था। एक बार फिर अरुण ने गायन के क्षेत्र में जमशेदपुर और झारखंड की अच्छी उपस्थिति बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्री में दर्ज़ कराई है।
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