जमशेदपुर – बंसी बोस म्यूजिक फ़ाउंडेशन का वार्षिक संगीत समारोह “देश के जवानों को समर्पित

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जमशेदपुर ।बंसी बोस म्यूजिक फ़ाउंडेशन के तत्वाधान मे 7 वां वार्षिक संगीत समारोह  का आयोजन 23 फरवरी , दिन शनिवार को माइकल जॉन सभागार , बिस्टुपुर मे संध्या 6.00 से किया जायेगा I कार्यक्रम के सबसे पहले संस्था की ओर  से विगत दिनों पुलवामा में शहीद हुए जवानों को भावभीनी  श्रद्धांजलि दी जाएगीसाथ की शास्त्रीय संगीत की इस संध्या को देश के जवानों को समर्पित किया गया है एवं विगत एक वर्ष में शहर के जिन कलाकारों का निधन हुआ है उन कलाकारों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी I

समारोह के पहली प्रस्तुति में हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायिका विदुषी अंजना नाथ ख्याल गायन पेश करेंगी तबले पर श्री शुभज्योति गुहा एवं हारमोनियम पर ज्योतिरमय बनर्जी संगत करेंगे I

 शास्त्रीय संगीत गायिका विदुषी अंजना नाथ  का संछिप्त परिचय

विदुषी अंजना नाथ ने शास्त्रीय संगीत की तालीम गायिका विदुषी मीरा बनर्जी , स्वर्गीय पंडित ललित मोहन सनयाल एवं पंडित अजय चक्रवर्ती से प्राप्त की I पटियाला घराना की अंजना दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है एवं देश एवं विदेश मे कई प्रस्तुतियाँ दी है 

तबलवादक श्री शुभज्योति गुहा   का संछिप्त परिचय

शुभज्योति गुहा ने तबला की तालिम बचपन एमई अपने तबलवादक पिता डॉ0एस आर गुहा से ली तत्पश्चात इनहोने पंडित शंख चटेर्जी से तालिम प्राप्त की I सन 1989 मे तबला वादन के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किए है I इनहोने देश एवं विदेश मे कई प्रस्तुतियाँ दी है विगत 15 वर्ष से उस्ताद शाहिद परवेज़ , पंडित विश्व मोहन भट्ट , पंडित रोनु मजूमदार जैसे प्रख्यात कलाकारों के साथ सराहनीय संगत किए है I

समारोह के दूसरी प्रस्तुति में सुप्रसिद्ध सरोदवादक  श्री देबांजन भट्टाचार्जी  ध्रुपद सरोद वादन पेश करेंगे Iतबले पर   शुभज्योति गुहा एवं पखावज पर श्री निशांत सिंह संगत करेंगे I

 

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श्री देवांजन भट्टाचार्जी का संछिप्त परिचय

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देवांजन ने सरोद की तालीम 5 वर् की उम्र में स्वर्गीय उस्ताद ध्यानेश खान , उस्ताद आशीष खान एवं स्वर्गीय विदुषी अमीना परेरा सेमहिहर सीनिया घराना से ली देवांजन ने देश में 23 राज्यों के 58 शहर एवं विदेश में 18 दे में इन्होने अपनी प्रस्तुति दी I सन 2008 मेंआल इंडिया रेडियो के प्रतियोगिता में प्रेसिडेंट ऑफ़ इंडिया गोल्ड मेडल पुरस्कार भी प्राप्त कर चुके है I देबांजन  भारत सरकार  के Indian Council for Cultural Relations (ICCR) के पैनल  कलाकार है 1

 

 निशांत सिंह का संछिप्त  परिचय

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निशांत सिंह उत्तर पूर्व के  लो संगीत कलाकारों के परिवार से ताल्लुक रखते है I पखावज की तालीम 15  वर्ष की उम्र में लाला केवलकिशन घराना के पंडित चंचल कुमार भट्टाचार्जी से प्राप्त किया I वर्तमान में निशांत राम कृष्ण मिशन , बेलूर मठ  में पखावज के शिक्षक हैनिशांत को पंडित बिरजू महाराज , उस्ताद आशीष खा एवं पंडित तन्मय बोस के साथ संगत  करने का सौभाग्य प्राप्त हु I निशांत नेदेश  एवं विदेश में कई कार्यक्रम में पखवाज की प्रस्तुति दी I

ध्रुपद सरोद वादन का संछिप्त विवरण

ध्रुपद सरोद” सरोद वादन की एक नयो अवधारणा है जिशे विशेष रूप से पखावज के साथ देबंजन भट्टाचार्जी के द्वारा रचना की गयी है Iइस अनूठी  रचना में  ध्रुपद ताल में ध्रुपद की शैलियाँ पखावज के साथ मौजूद हैइस ताल में सात संगत लार-लपेट एवं लड़ी सभी कुछ मौजूद है यह वादन सरोद के नियमित ताल से पूरी तरह अलग है I

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