जमशेदपुर । बच्चों की मानसिक और बौद्धिक स्तर को आर्ट ऑफ लर्निग के तरीके और ज्ञान योग के द्वारा बेहतर करने की योजना बनाई गई है। ताकि यहाँ के हर एक बच्चें तनाव मुक्त होकर अच्छी तरह पढ़ाई कर सके। पढ़ाई करने की जो मस्तिष्क की क्षमता होनी चाहिए वैसी कम ही बच्चों में होती है। इसी कारण कई बच्चे पूरी मेहनत करके भी पढ़ाई एवं जीवन में पिछे रह जाते है। कई तो पढ़ाई के तनाव के कारण आत्महत्या तक कर लेते है।
गुरुकुल के समय कई तरीकों से मस्तिष्क की क्षमता जैसे याददाश्त, एकाग्रता, मस्तिष्क की सोचने समझने की गति और पढ़ाई के प्रति गंभीरता को बेहतर किया जाता था तो क्या आज भी वो संभंव है? अगर संभव हो सकता है तो कैसे? इसी प्रश्न को ध्यान में रखकर कई सालों से अध्ययन एवं शोध किया जा रहा था। जो आज सफलता पूर्वक आर्ट ऑफ लर्निग के रूप में सामने आ चुकी है। उन्हीं तरीकों की सहायता से जमशेदपुर के बच्चों की भी क्षमता बेहतर करने की योजना बनाई गई है। ताकि बच्चे तनाव मुक्त होकर पढ़ाई करके देश के संस्कारयुक्त सम्मानित नागरिक बन सके।
इस योजना के तहत कई चरणों में कार्य किये जायेंगे। पहले चरण में यहाँ के बच्चों के मानसिक और बौद्धिक स्तर का सर्वे किया जायेगा। इसी के तहत आज सोनारी स्थित बिरसा बस्ती के बच्चों की मानसिक और बौद्धिक स्तर का सर्वे आर्ट ऑफ लर्निग ट्रस्ट की संयोजिका स्वेता कुमारी द्वारा किया गया। जिसमें भाजपा कदमा मंडल प्रमुख दिपेंद्र कुमार, कृष्णा कामत, बिरसा बस्ती की वैशाखी देवी एवं तारा देवी का विशेष योगदान रहा। सभी बच्चों ने उत्साह दिखाते हुए सर्वे में योगदान देते हुए इच्छा जतायी कि उनकी समस्या दूर करके उन्हें पढ़ाई में बेहतर बनाया जाये। सभी बच्चों ने राष्ट्रगान गाया और कई बच्चों ने सभी के समक्ष अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन भी किया।
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