रेल बजट: बुलेट ट्रेन की घोषणा, 17 हजार आरपीएफ जवान होंगे भर्ती

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नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के पहले रेल बजट में उम्मीद के मुताबिक यात्री सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने मंगलवार को लोकसभा में रेल बजट पेश करते हुए लोगों के लिए नई सुविधाओं के साथ-साथ पुरानी सुविधाओं को बेहतर बनाने की घोषणा की। इस रेल बजट को विकासपरक बनाने की कोशिश की गई है।

समय के महत्व को ध्यान में रखकर रफ्तार वाली ट्रेनों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके लिए बुलेट ट्रेन, सेमी बुलेट ट्रेन, हाईस्पीड ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। अहमदाबाद- मुंबई के बीच पहली बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा की गई। साथ ही आगरा-दिल्ली के बीच सेमी बुलेट ट्रेन चलाने और 9 रेल मार्गो पर हाईस्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा भी की गई।

इसके साथ ही ट्रेनों में बेहतर खानपान और सफाई जैसी सुविधाओं पर भी ध्यान दिया गया है। स्टेशनों पर कई बेहतर सुविधाओं की घोषणा की गई। यात्री अब रिटायरिंग रूम की आनलाइन बुकिंग करा सकेंगे। इतना ही नहीं वे प्लेटफार्म टिकट भी ऑनलाइन ले सकते हैं।

रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने रेल बजट भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं जो मुझे गणतंत्र के इस मंदिर में खड़ा होने का मौका मिला है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास कर यह मौका दिया। उन्होंने कहा कि रेल बजट पेश करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है।

बजट भाषण पेश करने के दौरान सदानंद गौड़ा ने कहा कि रेल सभी बाधाओं को दूर करके हम सभी को एक देश के रूप में जोड़ती है। उन्होंने कहा कि रेल बजट के लिए हमें कई सुझाव मिले, बेहतर सुविधाएं देने के लिए हमने उन पर गौर किया है। उन्होंने कहा कि कई इलाकों में अभी तक रेल नहीं पहुंची है। हमारी कोशिश है कि ट्रेन का विस्तार हो। अभी हालत यह है कि एक रुपया कमाने के लिए रेलवे को 94 पैसे खर्च करने पड़ते हैं। सिर्फ 6 पैसे बचते हैं।

गौड़ा ने कहा कि रेलवे के 359 प्रोजेक्ट लटके हुए हैं। 9 साल में 99 प्रोजेक्टों का ऐलान हुआ, लेकिन उनमें से सिर्फ एक प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। रेलवे को नई योजनाओं के लिए एक लाख 82 हजार करोड़ रुपये की जरूरत है। पिछली सरकार ने रेलवे की आर्थिक स्थिति सुधारने पर कोई काम नहीं किया। लाइनों के दोहरीकरण पर ध्यान नहीं दिया गया।

गौड़ा ने कहा कि देश में बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए 9 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी। एक बुलेट ट्रेन के लिए 60 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होती है। गौड़ा ने कहा कि रेल परियोजनाओं में विदेशी निवेश की जरूरत है। इसमें एफडीआइ के लिए कैबिनेट की मंजूरी ली जाएगी। सामाजिक दायित्व की योजनाओं से फायदा नहीं होता। रेलवे की आर्थिक नीति को सुधारना होगा।

महत्वपूर्ण घोषणाएं:—

-रेल भाड़े में कोई इजाफा नहीं।

-अब प्लेटफार्म टिकट भी मिलेगा ऑनलाइन।

– अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन।

-मेट्रो शहरों को हाई स्पीड रेल सेवा से जोड़ा जाएगा।

-आरपीएफ में 17,000 जवानों की भर्ती होगी। जिसमें 4000 महिलाएं होंगी।

– दिल्ली-आगरा के बीच सेमी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी।

-160-200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी सेमी बुलेट ट्रेन।

-ई टिकट सिस्टम में बदलाव होगा।

-दिल्ली-कानपुर के बीच चलेगी हाई स्पीड ट्रेन।

-चेन्नई-हैदराबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलेगी।

-मुंबई-गोवा के बीच भी चलेगी हाई स्पीड ट्रेन।

-देश में कुल 9 मार्गो पर चलेगी हाई स्पीड ट्रेन।

– चारधामों को रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

-दिल्ली-चंडीगढ़ के बीच चलेगी हाईस्पीड ट्रेन।

-11 वर्तमान ट्रेनों का विस्तार होगा।

-18 नई रेल लाइनों का सर्वेक्षण होगा।

– बजट में रेल मंत्री ने पांच जन साधारण, पांच प्रीमियम, 6 एसी, 27 एक्सप्रेस, आठ पैसेंजर, दो एमईएमयू और पांच डीईएमयू सेवाएं शुरू करने की घोषणा की।

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