रांची। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झंडोत्तोलन कर परेड की सलामी ली।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनका स्पष्ट मानना है कि अगर राज्य में कृषि और उद्योग का समुचित विकास हो जाए तो आधी से अधिक समस्याएं खुद ब खुद समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि और उद्योग के विकास पर सबसे अधिक ध्यान दे रही है।
लघु एव सीमान्त कृषिकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 20,000 पम्प सेट का वितरण किया जा रहा, इसके अलावा 1000 सोलर वाटर पम्प 90 प्रतिशत अनुदानित दर पर उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 270 प्रखण्डों में कृषि सिंगल विंडो की स्थापना भी की गई है। किसानों की मदद करने के लिए हमनें मुख्यमंत्री किसान राहत हेल्प लाईन शुरु की है जहाँ किसान अपनी को भी समस्या बता सकते हैं और सिर्फ 3 दिन में उनकी समस्या का समाधान किया जा रहा है। किसान हमारे अन्नदाता हैं और ये मंजूर नहीं है कि किसानों को कोई मुश्किल हो,इसलिए मुख्यमंत्री किसान राहत कोष का भी गठन किया है, उन्हें कोई दिक्कत आए भी तो वो तुरंत हल होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास में उद्योगों का विस्तार भी अहम् है यही वो रास्ता है जिस पर चलकर न सिर्फ रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकते हैं बल्कि राजस्व में भी वृद्धि कर प्रदेश को आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जा सकता है। झारखण्ड में औद्योगिक विकास की अपार संभावना को देखते हुए अच्छी नीतियां बनायी गयी, जिसमें बड़े उद्योगों के साथ-साथ लघु और मध्यम उद्योगों पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।
इसके अलावा झारखण्ड देश का एकलौता ऐसा राज्य है जहां महिलाओं के लिए सिर्फ एक रुपया में 50 लाख रुपये तक की रजिस्ट्री हो रही है। उन्होंने कहा कि उद्यमी सखी मण्डल का गठन किया जा रहा है। सरकार इनका कौशल विकास कर इन्हें योजनाओं से जोड़ेगी। साथ ही कम्बल, तौलिया, साड़ी, चादर, स्कूल ड्रेस, अण्डे आदि की खरीदारी बाहर से न कर उद्यमी सखी मण्डल के माध्यम से की जायेगी। इससे गांव की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और ग्रामीण महिलाएं आर्थक रुप से सशक्त होगी। 1 लाख सखी मण्डलों को डिजिटल व्यवसाय के लिए स्मार्ट फोन वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा शक्ति ही, राष्ट्र की शक्ति है, देश का भविष्य है। बेरोजगारी हटाओ यह हमारे एजेंडा का महत्वपूर्ण संकल्प है। सरकारी नौकरियों में नियुक्ति की जा रही है। साथ ही अपने राज्य में युवा शक्ति की क्षमता विकास के लिए कौशल विकास हेतु कार्य कर रही है ताकि उन्हें निजी निवेश में रोजगार मिल सके या स्वरोजगार कर अपने पैर पर खड़े हो सकें।
दुमका, हजारीबाग और मेदिनीनगर में नए मेडिकल कॉलेज
उन्होंने कहा कि एक समग्र स्वास्थ्य नीति बनायी गयी है, जिसके तहत दुमका, हजारीबाग एवं मेदिनीनगर में नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। जो वर्ष 2018 से चालू हो जायेगी। मेडिकल कॉलेज को साथ 500 शैयया के अस्पताल का भी निर्माण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त चाईबासा, बोकारो एवं कोडरमा में भी मेडिकल कॉलेज तथा 500 शैयया वाले अस्पताल की स्वीकृति पर कार्रवाई की जा रही है।
2018 तक झारखंड के सभी गांवों में पहुंचेगी बिजली
90 प्रतिशत गांवों तक बिजली पहुंचा जा चुकी है तथा मार्च 2018 तक हम शत-प्रतिशत विद्य्नुतीकरण के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहाँ तक कानून व्यवस्था की बात है तो किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। कानून तोड़ने वाले पर कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई होगी लेकिन साथ ही लागों को ये भी ध्यान रखना होगा कि उनके किसी कार्य में किसी दूसरे व्यक्ति की भावना तो आहत नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड में उग्रवाद की घटनाओं में पिछले वर्षों की तुलना में काफी कमी आयी है। सबको सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है।उन्होंने भटके हुए युवाओं से अपील की कि वे मुख्यधारा में लौट आए और शांति से जीवन बसर करे।
मुख्यमंत्री के नौ संकल्प
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने लोगों को नौ संकल्प भी दिलाये, जिसके तहत झारखंड को स्वच्छ बनाने, गरीबी को मार भगाने, भ्रष्टाचार को नहीं पनपने देने, उग्रवाद को उखाड़ फेंकने, परिवारवाद का खात्मा करने, अशिक्षा को दूर भगाने, जातिवाद को जड़ से समाप्त करने, संप्रदायवाद को नहीं पनपने देने और बेरोजगारी दूर भगाकर युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने संकल्प दिलाया।
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