जमशेदपुर।
योग भारत के ऋषियों-मुनियों और हमारे देश की संस्कृति की अक्षुण्य पहचान है। सन्युक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया में योग को मान्यता दी जिससे पूरे विश्व में इसे पहचान मिली। मन एवं शरीर को स्वस्थ रखने में योग बहुत महत्वपूर्ण है। उक्त बातें केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कहीं। वे आज जमशेदपुर में जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि योग की लोकप्रियता बढ़ रही है। पूरे विश्व को यह भारत की अनुपम सौगात है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज जमशेदपुर के गोपाल मैदान में आयोजित जिला स्तरीय योग कार्यक्रम के दौरान मंत्री सरयू राय ने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ रखने का एक माध्यम है। जिन अवयवों से प्रकृति की रचना हुई है उन्हीं से मानव की सृष्टि भी हुई है। योग के माध्यम से हम प्रकृति के साथ एकाकार होते हैं। श्री सरयू राय ने कहा कि प्रकृति की समुच्य शक्ति ही परमात्मा है। अतः योग के माध्यम से व्यक्ति परमात्मा के साथ जुड़ता है। योग के सूक्ष्म विधाओं को समझ कर और उन्हें लगातार अभ्यास करके इसका जीवन पर प्रभाव परिलक्षित होता है।
इस अवसर पर सभी से योग को जीवन का हिस्सा बनाने का अनुरोध करते हुए उपायुक्त श्री अमित कुमार ने कहा कि योग हमारी परंपरा का हिस्सा है और यह हमें प्रकृति से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का सार्वभौमिक परंपरागत अभ्यास है। योग सर्वत्र शांति एकआत्मकता की भावना से अनुप्राणित है। यह एक विज्ञान है जिसका उद्देश्य स्वस्थ शरीर और चैतन्य मन का सांमजस्थपूर्ण विकास करना है। योग को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाने का अनुरोध उपायुक्त ने उपस्थित जनसमुदाय से किया।
इस अवसर पर जमशेदपुर के सांसद श्री विद्युत वरण महतो, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अनूप टी मैथ्यू, जिले के पदाधिकारीगण पतंजलि योग पीठ तथा आर्ट ऑफ लिविंग के प्रतिनिधिगढ़, रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रतिनिधिगण उपस्थित उपस्थित थे। हजारों की संख्या में लोगों ने योग का सामूहिक अभ्यास इस अवसर पर किया।
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