● होली पूर्व भोजपुरी नवचेतना मंच के “फगुआ दंगल सह भोजपुरिया पहचान” कार्यक्रम में करेंगे शिरकत
● भोजपुरी को मिले द्वितीय राज्य भाषा का दर्ज़ा, आठवीं अनुसूची में करें शामिल : अप्पू तिवारी
जमशेदपुर।
भोजपुरी नवचेतना मंच द्वारा आगामी 08मार्च,2017 ( दिन : बुधवार ) को भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन होगा। बुधवार शाम गोलमुरी स्थित जॉगर्स पार्क ग्राउंड (आकाशदीप प्लाज़ा के पीछे) में भोजपुरी के फ़ाग गीतों पर श्रोताओं को झुमाने की तैयारी मंच द्वारा की गयी है। बिहार के भोजपुरी सिने जगत के उदीयमान पार्श्व गायक “अंकुश-राजा” फ़ाग गीतों की प्रस्तुति देंगे। वहीं इस दौरान शहर के विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारिक, धार्मिक गतिविधियों आधारित संगठनों के प्रतिनिधि समेत हज़ारों दर्शक होली पूर्व आयोजन में शिरकत करेंगे। मंच की ओर से बताया गया कि आयोजन को ख़ुशनुमा बनाने हेतु पुष्प एवं अबीर की होली भी मनेगी। गायक “अंकुश-राजा” के विषय में बताया गया कि दो भाइयों की जुगलबंदी ने अनेकों हिट भोजपुरी गानें दिए हैं। ‘ हमरा घरे हरदिया नईखे, दरादिया दिहले …., समेत कई एल्बम और फ़िल्मी गीत गाये हैं। कहा कि होली-मिलन समारोह को ” फगुआ दंगल सह भोजपुरिया मिलन समारोह” के रूप में मनाई जाएगी। इस समारोह का उद्देश्य तमाम भोजपुरी भाषी संगठनों को एकजुट कर भोजपुरी भाषा के हितार्थ माँग तेज़ करने की है। इस दौरान भोजपुरी को बिहार सरकार द्वारा कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर आंठवी अनुसूची में शामिल करने की केंद्र को प्रेषित शिफारिश स्वागत करते हुए मंच ने सीएम नीतीश कुमार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है। बताया गया कि बीते महीनों शाहरागमन पर मंच के शिष्टमंडल ने बिहार के सीएम को भोजपुरी भाषा को द्वितीय राज्य भाषा का दर्ज़ा देने और संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग तेज़ करने की अपील की थी। मंच की मांगों पर विचार करते हुए उन्होंने करोड़ों भोजपुरी भाषियों के अधिकार और सम्मान की मुहिम को गति दी है। संबंधित जानकारियां भोजपुरी नवचेतना मंच की ओर से सोमवार को साकची स्थित होटल ब्लूज़ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के क्षेत्रीय प्रभारी अंकित आनंद ने दी। प्रेस वार्ता ने विशेष रूप से मंच के कार्यकारी ज़िलाध्यक्ष उमाशंकर सिंह,मनीष दुबे,ऋषभ सिंह व अभिषेक ओझा मौजूद रहें।
● भोजपुरी को मिले द्वितीय राज्य भाषा का दर्ज़ा : अप्पू
भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की बिहार सरकार की मुहिम को सराहते हुए भोजपुरी नवचेतना मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी ने झारखंड सरकार को भी इस दिशा में संज्ञान लेने की अपील की है। कहा कि झारखंड में भी आबादी का एक हिस्सा भोजपुरी भाषी है। इनके सम्मान और अधिकारों की उपेक्षा नहीं की जा सकती। कहा कि भोजपुरी वैश्विक संपर्क की प्रमुख भाषाओं में से एक है तथा ग्रामीण भारत के रीती-रिवाजों को आगे बढ़ाने का एक ठोस भाषा माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार भी जल्द से जल्द इसे द्वितीय राज्य भाषा की मान्यता देते हुए केंद्र सरकार से आंठवीं अनुसूची में शामिल करने की शिफारिश करे।
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