सहरसा-रौज वैली विधालय में एक दिवसीय शिव गुरू परिचर्चा आयोजित

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शिव को गुरू बनायें,वे आज भी जगत गुरू है : परमेश्वर राय
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती ।
शिव आदि गुरु हैं, इनकी महिमा अपरंपार है, मैंने शिव को अपना गुरु बनाया है, आपलोग भी शिव को एक बार अपना गुरू बना के देखें, जीवन खुशहाल हो जाएगा। शिव आज भी जगत गुरू है, उक्त बातें रविवार को नगर पंचायत के रंगिनिया गांव स्थित रौज वैली विधालय परिषर में आयोजित एक दिवसीय शिव गुरू परिचर्चा को संबोधित करते हुये शिव शिष्य भाई परमेश्वर राय ने कहीं। उन्होने ने कहा कि शिव की शिष्यता ग्रहण करने से मानवीय चेतना को ईश्वरीय चेतना की ओर आने में बल मिलता है साथ ही व्यक्ति में आध्यात्मिक जागृत होता है ।
श्री राय ने कहा कि अस्सी के दशक में पड़ोस के मधेपुरा जिला से हरिन्द्रा नंद जी ने इस कार्य का शुभारंभ कर आज जो प्रेरणा देने का काम किया उसी का परिणाम है आज पुरे भारत में शिव गुरू बनाने के लिये फटाफट सेसन चला कर करोड़ों लोगो को इस परिवार का हिस्सा बनाने का काम कर रहें है।
रौज वैली विधालय के डाईरेक्टर राजीव कुमार ने परिचर्चा को संबोधित करते हुये शिव के 19 रूपों की व्याख्या करते हुये उस पर प्रकाश डाला।
परिचर्चा के अंत में गुर भाई शिव शंकर व मनोज कुमार के नेतृत्व में फटाफट सेसन का संचालन कर लोगों को शिव गुरू बनाने का कार्य किया।
इस परिचर्चा में बड़ी संख्या में शिव शिष्य गुरू भाई व गुरू बहना ने भाग लिया। इसमें खासकर महिला शिव-शिष्य का मानो हुजूम उमर पड़ी। इस क्रम में शिव-शिष्यों ने बारी-बारी से भजन एवं चर्चा के माध्यम से शिव को अपना गुरु बनाते हुए तीन सूत्रों का पालन करने की नसीहत ली।
इस अवसर पर उमेश यादव,भोला भाई,बलराम शर्मा,बिष्णुदेव,मोहन,किरण,आरती दिनेश यादव,मनोहर डाडला,मनोज साह,गजेन्द्र पासवान,अनिल सादा,अनिल तांती,सागर साह,लतरू सहित कई लोग मौजूद थे।

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