JAMSHEDPUR NEWS :हिल व्यू कालोनी का 8 साल पुराना स्वागत द्वार तोड़ दिया गया
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक के पीए का आरोपःइसमें बन्ना गुप्ता का भी हाथ संभव
बड़ा सवाल
-जब मानगो नगर निगम को कहीं से भी स्वागत द्वार को तोड़ने का आदेश नहीं था तो इसे तोड़ा किसने?
-2016 में पश्चिम का विधायक रहते श्री सरयू राय ने बनवाया था यह स्वागत द्वार
-उपायुक्त को पत्र लिख कर यथाशीघ्र गेट को पुराने स्थान पर फिर से लगाने की मांग
-जिस दिन जिस समय मुख्य निर्वाचन आयुक्त चुनाव की घोषणा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे तो दूसरी ओर गेट ध्वस्त करने का कार्य किया जा रहा था
जमशेदपुर। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के निजी सचिव रिक्की केशरी ने 2016 में हिल व्यू कालोनी में विधायक निधि से निर्मित स्वागत द्वार को तोड़ कर फेंक देने पर गहरी नाराजगी जताई है। श्री केशरी ने मांग की है कि उक्त स्वागत द्वार को यथास्थान लगाया जाए। उन्होंने आशंका जताई कि इस स्वागत द्वार को गिराने में जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का भी हाथ हो सकता है। वह अपना पॉवर का बेजा इस्तेमाल कर ऐसा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन अधिकारी को श्री सरयू राय के हवाले से लिखे पत्र में श्री केशरी ने कहा कि मानगो नगर निगम के अंतर्गत आते हिल व्यू कालोनी के स्वागत द्वार को जिस तरीके से तोड़ कर फेंक दिया गया, वह बेहद आपत्तिजनक है। यह स्वागत द्वार श्री सरयू राय ने पश्चिमी जमशेदपुर का विधायक रहते हुए विधायक निधि से बनवाया था।
श्री केशरी ने कहा कि यह हरकत सरासर गलत, अन्यायपूर्ण और सरकारी धन का दुरुपयोग है। इस संबंध में जब मानगो नगर निगम के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि द्वार काटने/गिराने के संबंध में किसी किस्म का आदेश कहीं से भी नहीं आया है। अगर कहीं से आदेश नहीं आया तो फिर यह स्वागत द्वार गिराया कैसे गया?
श्री सरयू राय के पीए श्री रिक्की केशरी ने आरोप लगाया कि यह एक साजिश के तहत की गई हरकत है और इसमें मानगो नगर निगम का भी हाथ प्रतीत होता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मानगो नगर निगम जमशेदपुर पश्चिम के विधायक और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता के ईशारे पर चल रहा है। ऐसा लगता है कि मंत्री के ईशारे पर ही यह कुकृत्य किया गया है। यह उन्हीं की सोची-समझी साजिश का नतीजा है।
श्री केशरी ने पत्र में लिखा है कि स्वागत द्वार उस दिन तोड़ा गया, जिस दिन चुनाव की घोषणा हो रही थी। दिल्ली में मुख्य चुनाव आयोग झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। मंगलवार से ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। उस स्थिति में स्वागत द्वार को गिराने का काम हुआ।
श्री केशरी ने उपायुक्त से मांग की है कि उक्त स्वागत द्वार को अतिशीघ्र उसके पुराने स्थान पर खड़ा किया जाए और इस कुकृत्य को जिन लोगों ने भी अंजाम दिया है, उनकी शिनाख्त कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी गलती कोई ना कर सके।
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