Jamshedpur News:गोबर की घड़ी–आखिर यह कहां बनती है?पढ़िए और देखिए कि जमशेदपुर कहां एक एक्जीबिशन में दिखी यह घड़ी

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अन्नी अमृता
Anni Amrita

घड़ियां तो आपने एक से बढ़कर एक देखी होगी,मगर क्या गोबर की घड़ी देखी है? जमशेदपुर के होटल अल कोर में फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल सोसाइटी FTS की युवा इकाई FTS युवा,एफटीएस महिला समिति और हाॅर्मनी ने संयुक्त रुप से एक्जीबिशन का आयोजन किया जिसमें गोबर से बनी कलाकृतियों ने सबका ध्यान आकृष्ट कर लिया.ये कलाकृतियां FTS से जुड़े बंगाल के कारीगरों ने बनाई है जो इको फ्रेंडली है.गोबर को काफी शुद्ध माना जाता है और यह पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है.कई लोग ऐसी कलाकृतियों को पसंद करते हैं और खरीदते हैं.इससे इन कलाकारों की जीविका चलती है.इस एक्जीबिशन में बंगाल के कलाकारों को अच्छा एक्सपोजर मिला.गोबर से बनी घड़ी, ओम की आकृति और अन्य सजावटी उत्पाद काफी खूबसूरत और आकर्षक दिख रहे थे.गोबर से बने तोरण द्वार भी लोगों ने पसंद किए.बंगाल से आए कलाकार राधाकांत मंडल ने बताया कि गाय माता की मदद से कम खर्च में ही यह बिजनेस चलाया जाता है.अगर बड़ा मार्केट मिले तो यह काफी फल-फूल सकता है.

एक्जीबिशन के संबंध में FTS युवा की रश्मि गर्ग, हाॅर्मनी से जुड़ी प्रीति खारा और जया गांधी ने बताया कि खासकर महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखकर ऐसे मेलों का आयोजन होता है, क्योंकि महिलाओं को एक बेहतर प्लेटफॉर्म मिलता है.उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय एक्जीबिशन में दिल्ली, लखनऊ, जयपुर और अन्य जगहों से आए उद्यमियों ने अपने कपड़ों के स्टाॅल लगाए जिनकी काफी डिमांड रही.साथ ही इस एक्जीबिशन में कपड़ों के अलावे डिजाइनर ज्वेलरी, पर्स, शू, राखी वगैरह के भी कई स्टाॅल लगाए गए.लखनवी चिकेन के सलवार शूट और टाॅप भी आकर्षण का केंद्र बने रहे.वहीं इस मेले की खास बात यह रही कि यहां असली सरसो का तेल,शुद्ध देसी घी, असली शहद,ऑर्गेनिक हल्दी पाउडर वगैरह के स्टाॅल भी थे जहां लोगों की भीड़ जुटी रही.

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