Jamshedpur Entertainment:बिहार-झारखंड में रिलीज हो गई फिल्म ‘फूली’

138

अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने स्कूली छात्राओं को दिखाई प्रेरक फिल्म “फूली”, जमशेदपुर के मनीष हैं फिल्म के प्रोड्यूसर, फिल्म देखकर बच्चियों में जोश
—————————

Anni Amrita

 

जीत एक दिन की बात नहीं होती है, हर दिन की परिस्थिति को जीतना पड़ता है..लगे रहना पड़ता है.लगता है कि मानो कुछ भी नहीं बदल रहा है, पर, कुछ बदलता है.जादू होता है.जादू process में होता है.

कोई और हमारे जीवन में जादू नहीं करता है, हमें खुद अपने जीवन में जादू करना पड़ता है..

–फूली

‘फूली’ फिल्म के जब ऐसे संवाद स्क्रीन पर आते हैं, पूरा हाॅल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है. हर संवाद एक खास अर्थ लिए बच्चियों को उनके लक्ष्य के प्रति जागरुक कर देता है.आज जमशेदपुर के पीएम माॅल में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की तरफ से स्कूली बच्चियों को पीएम माॅल के सिने पोलिस ले जाकर “फूली” फिल्म दिखाई गई.यह संस्था महिला सशक्तिकरण और बच्चियों की जागरुकता को लेकर प्रयत्नशील है.यही वजह है कि संस्था की ओर से मनोरंजन के साथ ही ज्ञान से लबरेज ‘फूली’ जैसी प्रेरणादायी फिल्म दिखाकर बच्चियों में जोश भर दिया गया.फिल्म देखने के बाद एक छात्रा मुस्कान कुमारी ने कहा –“मैं 11वीं में विज्ञान पढना चाहती हूं, पर मैं आज से पहले सोचती थी कि क्या मैं ऐसा कर पाऊंगी?अब फिल्म देखकर मेरा मनोबल मजबूत हुआ है.यह फिल्म सिखाती है कि जीवन में अपने लिए जादू स्वयं करना होता है.” अन्य छात्राओं ने भी कहा कि वे फिल्म देखकर बहुत प्रभावित हैं और अपने जीवन में इसकी सीख को उतारेंगी.

 

फिल्म देखकर राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित शिक्षिका सह अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की प्रतिनिधि डाॅ अनीता शर्मा ने कहा कि एक अर्से बाद इतनी बेहतरीन और साफ सुथरी प्रेरणादायी फिल्म देखने को मिली. उन्होंने बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क के माध्यम से सरकार से मांग की कि इस फिल्म को सभी स्कूलों में मुफ्त दिखाया जाए.

फिल्म देखने पहुंची वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता ने कहा-“इस फिल्म में सब कुछ है, कॉमेडी, फिलाॅसिफी, मेहनत, जादू, लाॅ ऑफ अट्रैक्शन, जुझारूपन, निराशा यथार्थ, धैर्य,नि:स्वार्थ दोस्ती, उम्मीद…..अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की ओर से पी एम माॅल में स्कूली बच्चों और अभिभावकों को जो यह फिल्म ‘फूली’ दिखाई गई, इसे देखना अत्यंत ही प्रेरणादायी और सुखद रहा..एक आध खामियां हैं पर उसका जिक्र नहीं करूंगी..फिल्म बहुत अलग है..यह हमें जुझारु बनना और किसी भी कीमत पर हार नहीं मानना सिखाती है.आप सोच रहें होंगे ऐसी तो कई फिल्में हैं, मगर इस फिल्म को जिस अंदाज में कहा गया है, वह बहुत ही शानदार है..फिल्म को देखने के लिए दो घंटे मोबाइल को साइड करके शांति और सुकून से देखिए और हां यह फिल्म भारी भरकम नहीं, बल्कि मनोरंजनात्मक तरीके से बनाई गई है, जो दिमाग पर लोड नहीं देगी, मगर बड़े ही प्यार से प्रेरित करेगी.”

अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत झारखंड प्रांत के 30सदस्यों ने आज संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति के नेतृत्व में यह फिल्म देखी.इस दौरान पूर्वी सिंहभूम के अध्यक्ष पप्पू सिंह,स्वर्ण जयंती वर्ष अभियान समिति की उपाध्यक्ष एंजेल उपाध्याय, सह सचिव डाॅ अनीता शर्मा, पूर्वी सिंहभूम महिला आयाम प्रमुख सरिता सिंह, रजनी झा और कुमार अमलेंदु उपस्थित थे.

अविनाश ध्यानी निर्देशित ‘फूली’ के निर्माता मनीष का होम टाउन है जमशेदपुर
—————–

बेटी पढाओ बेटी बचाओ और सर्वशिक्षा अभियान को लक्षित कर यह फिल्म बनाई गई है जिसके निर्माता जमशेदपुर के मनीष कुमार हैं.वहीं अविनाश ध्यानी ने इस फिल्म को निर्देशित किया है.आज बिहार और झारखंड के विभिन्न सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्सों में यह फिल्म रिलीज हुई.

आज फिल्म की रिलीज पर जमशेदपुर में मौजूद मनीष कुमार ने बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी फिल्म 7 जून को ही रिलीज देश में हो चुकी थी,लेकिन होम टाउन में रिलीज होना एक सुखद एहसास है.यह फिल्म सत्य घटना से प्रेरित है.जमशेदपुर के रहनेवाले मनीष कुमार पिछले कुछ सालों से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं.

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More