JAMSHEDPUR NEWS :क्या हुआ जब घर में निकल गए चालीस सांप, हो गई सबकी सिट्टी पिट्टी गुम, स्नेक सेवर छोटू ने किया नेक काम
जमशेदपुर.
जमशेदपुर से सटे चांडिल और चौका के बीच रड़गांव में हरि पुराण के घर पर उस समय कोहराम मच गया जब एक एक करके पूरे घर में कई सांप निकलने लगे. घबराकर उन्होंने किसी के माध्यम से जमशेदपुर के मशहूर स्नेक सेवर मिथिलेश श्रीवास्तव उर्फ छोटू तक यह खबर पहुंचाई. छोटू अपनी टीम के साथ पहुंचे तो उनलोगों ने पाया कि घर के चौखट के नीचे मिट्टी में सांप के कई अंडे हैं, जिनमें से कई अंडों से सांप के बच्चे निकल गए हैं. वृहद खोजबीन के साथ पूरे घर से सांप के बच्चों को एकत्रित कर एक बाल्टी में डाला गया.जब उसे गिना गया तब गिनती में वे चालीस सांप निकले.इस प्रकार छोटी सी एक झोपड़ी चालीस सांपों से भरी थी और बचे हुए पचास-सौ अंडों में से सांप के बच्चे निकलने की तैयारी में थे.छोटू की टीम ने झोपड़ी का एक एक कोना छान मारा और एक एक सांप को पकड़ लिया.यह एक दुरूह कार्य था.घंटों छोटू की टीम ने घर के मिट्टीनुमा फर्श को खोद- खोदकर एक एक सांप को निकाला.
इस दौरान परिवार और पड़ोसी काफी डरे हुए थे.खासकर बच्चों के डर का तो कोई ठिकाना ही नहीं था.हालांकि छोटू ने सांप की प्रजाति के बारे में यह जानकारी दी कि यह वाटर स्नेक या कीलबैक स्नेक कहलाता है जो जहरीला नहीं होता, मगर यह नाग की नकल करता है और काटने की फिराक में रहता है.इस वजह से लोग काफी डर जाते हैं जिससे बीमार पड़ जाते हैं.
छोटू और टीम ने चालीस सांपों को रेस्क्यू कर उसे जंगल ले जाकर छोड़ दिया.बता दें कि स्नेक सेवर छोटू जमशेदपुर और आस पास न जाने कितनी जिंदगियां बचा चुके हैं.वे कहते हैं कि सांप एक जीव है जिसका रहना पर्यावरण के संतुलन के लिए जरूरी है.कुछ सांप जहरीले होते हैं. लेकिन सभी सांप जहरीले नहीं होते.छोटू ने कहा कि सांपों से इंसान और इंसानों से सांपों की रक्षा करना जरुरी है.यही वजह है कि वन्य जीव अधिनियम को ध्यान में रखते हुए वह सांपों को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ देते हैं.इससे इंसान और सांप दोनों की रक्षा होती है.फिलहाल इस खबर को लेकर पूरे इलाके में चर्चा है.हर कोई आश्चर्य जता रहा है कि कैसे एक परिवार चालीस सांपों के बीच खतरे में रहा.वहीं हरि पुराण और उनका परिवार फिलहाल राहत की सांस ले रहा.
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