Jamshedpur Co-operative College :योग के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है – कुलसचिव

महाविद्यालय को ऊँचाई पर ले जाना पहली प्राथमिकता - डाॅ0 अमर सिंह, प्राचार्य

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जमशेदपुर: जमशेदपुर को-आॅपरेटिव कालेज, जमशेदपुर में एक सप्ताहीय ध्यान योग में फैकल्टी डेवलेपमेन्ट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसका समापन मंगलवार, 27 जून, 2023 को विधिवत रूप से किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कुलसचिव, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा प्रो0 जयन्त शेखर मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत स्वागत गान से किया गया, इसके उपरान्त प्राचार्य, डाॅ0 अमर सिंह के द्वारा कुलसचिव, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा प्रो0 जयन्त शेखर का शाॅल, स्मृति चिन्ह एवं पौधा प्रदान कर स्वागत किया गया। स्वागत-भाषण देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य, डाॅ0 अमर सिंह ने कहा कि इस तरह का वृहद कार्यक्रम विश्वविद्यालय, एच.आर.डी. एवं सभी शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी के संयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य है महाविद्यालय को एक बेहतर ऊँचाई पर ले जाना, जिस जमशेदपुर को-आॅपरेटिव काॅलेज, जमशेदपुर को पूर्व की समय में पूरे बिहार-झारखण्ड में अपना एक ख्याति प्राप्त था वह बीच के समय में कहीं गुम सा होने लगा था। उनका प्रयास है कि महाविद्यालय को एक बार पुनः उसी स्थान पर स्थापित किया जाय, इसमें सबों का सहयोग आवश्यक है।
कार्यक्रम के अवसर पर मंच पर प्राचार्य, डाॅ0 अमर सिंह, प्प्ल्ड के क्षेत्रीय निदेशक अजय कुमार सिंह, आचार्य विवेक सरस्वती, आचार्य ज्ञान अमृत, सीसीडीसी-मनोज कुमार मोहापात्रा मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के अर्थपाल अशोक कुमार रवानी ने किया, धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव, डाॅ0 अन्तरा कुमारी ने किया। इस अवसर पर इस कार्यक्रम में शामिल 54 सदस्यों को कुलसचिव एवं अन्य अतिथियों द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 जयन्त शेखर ने महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए अन्य विश्वविद्यालय के भी लाभान्वित की बात कही। योग के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जब भी जीवन में अत्यधिक कार्य दायित्व के बोझ के कारण मन अशान्त रहने पर योग उस विचलित मन को शान्त करता है जिसके द्वारा व्यक्ति ऊर्जावान होकर पहले से भी ज्यादा कार्य बेहतर तरीके से करता है। इस कार्यक्रम में 54 आचार्य तैयार हो गये हैं जिनका यह दायित्व है कि इस योग से अन्य शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं को अवगत करायें ताकि वह भी अपने जीवन में इसे एक उचित स्थान दे।
कार्यक्रम के दौरान डाॅ0 नीता सिन्हा, आई.क्यू.एस.सी, को-आॅर्डिनेटर, श्री ब्रजेश कुमार, सीनेटर, केयू, डाॅ0 बी0एन0 प्रसाद, प्राचार्य, के.एस. काॅलेज, सरायकेला, डाॅ0 दीपांजय श्रीवास्तव, डाॅ0 बिनय कुमार गुप्ता, डाॅ0 राजेन्द्र भारती, डाॅ0 बिनय कुमार सिंह, डाॅ0 भूषण कुमार सिंह, डाॅ0 कृष्णा प्रसाद, डाॅ0 पियाली बिश्वास, डाॅ0 शालिनी शर्मा, डाॅ0 अनुपम कुमारी, डाॅ0 स्वाति सोरेन, डाॅ0 संगीता कुमारी, डाॅ0 राजीव कुमार, डाॅ0 आर0 के0 कर्ण, डाॅ0 प्रभात कुमार सिंह, डाॅ0 एस.एन. ठाकुर, डाॅ रूचिका तिवारी, डाॅ0 पुष्पा सिंह, डाॅ0 प्रियन्का कुमारी, डाॅ0 स्वाति वत्स, श्री के. ईश्वर राव, श्री स्वरूप कुमार मिश्रा, श्री सुबोध कुमार, श्रीमती कुमूद सुभा, श्रीमती पूनम कुमारी, डाॅ0 राजू ओझा, डाॅ0 इरशाद खान, श्रीमती पुनम कूमारी, श्रीमती कुशवंत कौर, श्री अमित जेना, प्रभात कुमार पांडे, संजय यादव आदि उपस्थित थे।

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