जमशेदपुर।
जमशेदपुर और इसके आस – पास क्षेत्रों के लोगो के रहने वाले लोगो को फिलहाल गर्मी से राहत नही मिलने वाली है। मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को जमशेदपुर का तापमान 42.9 सेल्सियस डिग्री नापा गया था। यह तापमान समान्य से 5.8 डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम तापमान 28.7डिग्री सेल्सियस डिग्री है जो सामान्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। राज्य मे सबसे अधिक तापमान डाल्टनगंज का 44.1 रहा। वहीं राज्य में सबसे सबसे कम अधिकतम तापमान 38.4 पाकुर जिले का रहा । राज्य की राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा हैं
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने भीषण गर्मी के मद्देनजर सरकारी एवं निजी विद्यालयों के गर्मी छुट्टी को बढ़ाने की मांग की, कहा- एयर कंडीशनर कार्यालय में बैठकर नियम बनाने वाले पदाधिकारी तपती धूप में स्वयं पैदल चलें फिर स्कूली बच्चों पर नियम लागू करें
जमशेदपुर। जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड में स्कूलों की गर्मी की छुट्टी समाप्त हो रही है। शुक्रवार को सभी सरकारी विद्यालय खुल गए। जिसमें पड़ रही भीषण गर्मी से पहले दिन सिर मुड़ाते ही ओले पड़े वाली कहावत चरितार्थ हुई। पूर्वी सिंहभूम जिले का मौसम राज्य के दुमका जिले के बाद सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। शुक्रवार को जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज की गयी। मौसम पूर्वानुमान की माने तो अगले पांच दिन में तापमान और बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम में तपती गर्मी से लू जैसी स्थिति रही। लू और भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चे काफी परेशान दिखे। बच्चों को भीषण गर्मी में हो रहे परेशानी पर भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने राज्य सरकार से निजी एवं सरकारी स्कूलों के गर्मी छुट्टियों को बढ़ाने की मांग की है। शुक्रवार को जारी बयान में कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि दोपहर की तपती धूप में बच्चे स्कूल से घर लौट रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नही है एवं इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित होगी। कुछ बच्चे तपती सड़क पर खाली पैर चलकर घर आ रहे हैं। इससे बच्चों की स्थिति लस्त-पस्त जैसी हो गई है। कुणाल षाड़ंगी ने विभागीय पदाधिकारी एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि एयर कंडीशनर कार्यालय में बैठकर ऐसे नियम बनाने वाले पदाधिकारियों की यह उदासीनता और संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि विभागीय एवं प्रशासनिक पदाधिकारी तपती धूप में एक किलोमीटर स्वयं चलकर दिखाएं तभी ऐसे दिशा-निर्देश स्कूली बच्चों के लिए जारी करें। कुणाल ने कहा कि बढ़ती गर्मी और लू चलने से बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे डिहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में उन्होंने राज्य सरकार से स्कूल में गर्मियों की छुट्टियों को मॉनसून आने तक बढ़ाने अथवा ऑनलाइन क्लास लेने की मांग की है।
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