Jamshedpur News :मां के स्थानांतरण और पिता की अस्वस्थता के बावजूद नहीं हुआ हताश, बोर्ड में लाए 98प्रतिशत
जमशेदपुर.
आईसीएसई की दसवीं बोर्ड की परीक्षा में लौहनगरी के बच्चों के कमाल के प्रदर्शन से लोग वाकिफ हो ही चुके हैं.मीडिया में कई खबरें सुर्खियां बनीं.राज्य तो राज्य नैशनल टाॅपरों में भी जमशेदपुर के छात्र की उपस्थिति रही, लेकिन कुछ कहानियां सुर्खियों में नजर नहीं आई.एक ऐसी ही कहानी है डीबीएमएस इंग्लिश हा ई स्कूल के छात्र वाई.बी.सिद्धार्थ की जिसने 98प्रतिशत अंक प्राप्त किए और टाॅपरों में जगह बनाई.पर बात यह नहीं कि 98प्रतिशत अंक लाए, खास बात है कि विपरीत परिस्थितियों में लाए जो काफी प्रेरणादायक है.बैंककर्मी माता पिता की संतान सिद्धार्थ आगे चलकर कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते हैं.
सिद्धार्थ की मां वैदेही जीवीएस पंजाब नैशनल बैंक में डिप्टी मैनेजर हैं वहीं पिता एसबीआई में बतौर कैश ऑफिसर पदस्थापित थे और अस्वस्थता के कारण एसबीआई से वी आर एस ले लिया.सिद्धार्थ की मां वैदेही का इन दिनों चांडिल स्थानांतरण हो गया है.पूर्व में बिष्टुपुर ब्रांच में कार्यरत रहीं वैदेही का जमशेदपुर से उड़ीसा भी स्थानांतरण हो चुका है.इस तरह मां के स्थानांतरणों और पिता की अस्वस्थता के बावजूद सिद्धार्थ ने कभी हिम्मत नहीं खोई.उसने न सिर्फ अपने पिता की देखभाल की बल्कि मां को भी हिम्मत दिया जिससे वह निश्चिंत होकर अपनी जाॅब करती रहीं.सिद्धार्थ के माता और पिता दोनों ने अपनी हर चुनौतियों से जूझते हुए बेहतर टाइम मैनेजमेंट के माध्यम से सिद्धार्थ का सहयोग किया.सिद्धार्थ के टाॅपरों की सूची में आने की सफलता का श्रेय वे अपने माता पिता, बहन और स्कूल को देते हैं.सिद्धार्थ को गणित, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में 100-100नंबर मिले हैं.
स्कूल टाॅपरों में शुमार सिद्धार्थ को डीबीएमएस स्कूल की प्राचार्य रजनी शेखर ने स्कूल बुलाकर उसे सम्मानित किया.
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