Jamshedpur Today News:अवतार सिंह का निधन, टीम के साथ दिल्ली गए इंद्रजीत

136

जमशेदपुर। सिख पंथ के मजबूत स्तंभ सरदार अवतार सिंह हित नहीं रहे। सरदार अवतार सिंह का निधन 80 वर्ष की आयु में देश की राजधानी के हरिनगर स्थित आवास में हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया।
सिक्खों की दूसरी सबसे बड़ी धार्मिक स्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष थे।
उनके उनके निधन पर कमेटी के महासचिव तथा सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान सरदार इंद्रजीत सिंह ने शोक जताया है।
अवतार सिंह हित का अंतिम संस्कार शनिवार को ही होना है। सरदार इंदरजीत सिंह अपनी टीम के साथ दिल्ली कूच कर गए हैं, शाम में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। सचिव हरबंस सिंह, उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह लक्खा, पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह गौहर ए मसकीन, कथावाचक भाई सुखदेव सिंह जी, कथावाचक भाई सतनाम सिंह दिल्ली गए हैं।
इंदरजीत सिंह के अनुसार सरदार अवतार सिंह हित निर्भीक, स्वाभिमानी देशभक्त, गरीबों के हितेषी, सर्वधर्म समभाव, शिक्षा के प्रचार प्रसार, इमानदार बेबाक शैली के वक्ता के तौर पर देश एवं दुनिया में जाने जाते रहे।
आपातकाल के विरोध में जेल गए थे। वर् मलाईदार पोस्ट के लिए सत्ता की गुलामी उनके डीएनए में नहीं रही।
राष्ट्रीय सनातन सिख सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलविंदर सिंह के अनुसार उनके निधन से सिख समाज को नुकसान हुआ है। वे बेबाक रहे। उनकी बेबाकी का जिससे पता चलता है कि जिस जनसंघ और बीजेपी के बड़े पैरोकार रहे, बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा परंतु उनकी नीतियों सैद्धांतिक रूप से विरोध करने लगे थे।
बारीडीह में हुई बैठक में दो मिनट का मौन रखा गया तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
सरदार हित के करीबी झारखंड सिख विकास मंच के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू जत्थेदार कुलदीप सिंह बुगे, सुरजीत सिंह खुशीपुर, कुलविंदर सिंह पन्नू, गुरचरण सिंह बिल्ला आदि ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
गुरु गोविंद सिंह गर्ल्स हाई स्कूल के सचिव तथा राष्ट्रीय सनातन शिक्षा के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह के अनुसार
वे शिरोमणि अकाली दल शीर्ष कमेटी के सदस्य रहे। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अकाली दल दिल्ली ईकाई के प्रधान रहे और वर्तमान में श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जन्म स्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष थे।
आज कमेटी और कौम को उनकी ज्यादा जरूरत थी और यह होनी हो गई।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More