PM Narendra Modi ने 9वीं बार लाल किले में फहराया झंडा
शहीदों को किया नमन
नई दिल्ली।
आजादी के इस अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर झंडारोहण करने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम मोदी लाल किले से देशवासियों से पांच संकल्पों को अपनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में, हमें ‘पंचप्राण’ पर ध्यान देना होगा। पहला- विकसित भारत के बड़े संकल्पों और संकल्प के साथ आगे बढ़ना, दूसरा- दासता के सभी निशान मिटा दें, तीसरा- हमारी विरासत पर गर्व करें, चौथा- एकता की ताकत और पांचवां- नागरिकों के कर्तव्य जिनमें पीएम और सीएम शामिल हैं।यह लगातार 9वां मौका था जब पीएम मोदी लाल किले से देश को संबोधित कर रहे थे।
अमृतकाल के पंच-प्रण… #IDAY2022 pic.twitter.com/fBYhXTTtRb
— PMO India (@PMOIndia) August 15, 2022
उन्होंने देशवासियों को आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अनेक-अनेक शुभकामनाएं के साथ साथ बहुत-बहुत बधाई दी। न सिर्फ हिन्दुस्तान का हर कोना, लेकिन दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वालों के द्वारा विश्व के हर कोने में यह हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है। मैं विश्वभर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं। बहुत-बहुत बधाई: PM @narendramodi
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पीएम मोदी ने लाल किले से ‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद’ के खिलाफ मोर्चा खोला. उन्होंने कहा कि आज हम दो बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, ‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद या भाई-भतीजावाद.’ भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, हमें इससे लड़ना है. हमें अपनी संस्थाओं की ताकत का एहसास करने के लिए? योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने के लिए परिवारवाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ानी होगी. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बुराई करने वालों को दंडित करने के लिए हमें एक समाज के रूप में एक साथ आने की जरूरत है. जब तक लोगों में भ्रष्टों को दंडित करने की मानसिकता नहीं होगी, राष्ट्र इष्टतम गति से प्रगति नहीं कर सकता. हमारे कई संस्थान परिवार के शासन से प्रभावित हैं, यह हमारी प्रतिभा, राष्ट्र की क्षमताओं को नुकसान पहुंचाते हैं और भ्रष्टाचार को जन्म देते हैं. पीएम मोदी ने इन दो दीमकों के खिलाफ लड़ाई में देशवासियो का समर्थन मांगा.
पीएम मोदी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी का ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा हमें हमेशा याद रहता है. बाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने इस नारे में ‘जय विज्ञान’ जोड़ा. अब एक और बात जोड़ने की आवश्यकता है- ‘जय अनुसंधान’ (अनुसंधान और नवाचार). जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान. पीएम मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर जोर दिया, इसे ‘जन आंदोलन’ के रूप में आगे बढ़ाने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि 75 साल में पहली बार लाल किले से औपचारिक तोपों की सलामी के लिए मेड इन इंडिया गन का इस्तेमाल किया गया है. भारत विनिर्माण क्षेत्र में इतिहास रच रहा है. मैं उन बच्चों को सलाम करता हूं जो आयातित खिलौनों को ना कह रहे हैं; जब 5 साल का बच्चा कहता है ‘विदेशी नहीं’, ‘आत्मनिर्भर भारत’ उसकी रगों में दौड़ता है.
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