जमशेदपुर। जीवन की मूलभूत सुविधाओं से महरूम 13 वर्षीय राकेश अनाथ है और जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्र बावनगोड़ा में रहता है। उसे पढ़ाई का जुनून है। बचपन में माता-पिता की मौत होने के बाद राकेश अपने बड़े भाई के साथ रहता था । बदकिस्मती से राकेश के बड़े भाई की भी मौत हो गई और फिर उसे अपने बहन और बहनोई के साथ रहना पड़ा। एनजीओ एएलआईजी ने राकेश को बायजूस की एजुकेशल फॉर ऑल पहल की जानकारी और बायजूस के लर्निंग ऐप के बारे में बताया। इससे राकेश को जटिल विषयों को आसानी और सहजता से समझने में मदद मिली। इस ऐप के प्रयोग के लिए उन्हें कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ा। 2020 में लॉन्च की गई बायजूस की सामाजिक प्रभाव डालने वाली महत्वपूर्ण पहल एजुकेशन फॉर ऑल का लक्ष्य पूरे एजुकेशन सिस्टम में सकारात्मक बदलाव लाना है। 2025 तक बायजूस का मिशन 1 करोड़ गरीब और साधन विहीन बच्चों की जिंदगी पर असर डालना है। इस पहल से देश के कोने-कोने में 34 लाख बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं। लड़कियों को पढ़ाई के समान अवसर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को निभाते हुए बायजूस के एजुकेशन फॉर ऑल प्रोग्राम की लगभग 50 फीसदी लाभार्थी लड़कियां हैं।
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