JAMSHEDPUR NEWS :पूर्वी सिंहभूम जिला में 01 जुलाई से 14 जुलाई तक “जन स्वास्थ्य अभियान” चलाया जाएगा
आगामी
जमशेदपुर ।
पूर्वी सिहभूम जिला के पोटका से सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र के सभागार में जन स्वास्थ्य अभियान-2022 का उद्घाटन डॉ0 रजनी महाकुड़,प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र-पोटका तथा डॉ0 राजीव लोचन महतो ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया।
डॉ0 रजनी ने बताया कि अरुण कुमार सिंह,अपर मुख्य सचिव स्वा0चि0शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखंड सरकार के निर्देशानुसार जन स्वास्थ्य अभियान के माध्यम से जिले के प्रत्येक गाँव के प्रत्येक परिवार का सर्वेक्षण करते हुए मोतियाबिंद, टी0बी0 के लक्षण, कुष्ठ रोग के लक्षण एवं दिव्यांगों की स्क्रीनिंग की जानी है।यह अभियान 01 जुलाई से 14 जुलाई 2022 तक चलाया जाएगा।सभी लोगों की सहभागिता से इस अभियान को सफल बनाना है।
जिला कुष्ठ परामर्शी, डॉ0 राजीव लोचन महतो ने जानकारी दी कि जन स्वास्थ्य अभियान-2022 अंतर्गत पूर्वी सिंहभूम जिला में 01 जुलाई 2022 से 14 जुलाई 2022 तक जिला में छुपे हुए सक्रिय कुष्ठ रोगियों के साथ-साथ यक्ष्मा,किसी भी प्रकार के दिव्यांग मरीजों तथा मोतियाबिंद के मरीजों को खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान में कुष्ठ मरीजों को खोजने के लिए सहिया तथा एक पुरुष कार्यकर्ता टीम बनाकर डोर टू डोर जा कर एवं शारीरीक जाँच उपरांत अपना विहित प्रपत्र में जानकारी दर्ज करेंगे।सहिया घर-घर जा कर कुष्ठ रोगियों के लिए शरीर में किसी भी प्रकार का दाग तथा दाग में सुनापन सुनिश्चित करेंगे, यक्ष्मा के मरीजों के लिए लगातार दो सप्ताह से ज्यादा खाँसी, वजन कम होना, बुखार आना आदि का जाँच करेंगे। 50 वर्ष एवं उसके ऊपर सभी लोगों को मोतियाबिंद के लिए 20 फीट की दूरी से फिंगर काउंंटिंग करेंगे। किसी भी प्रकार के दिव्यांग लोगों का भी अपने संधारण पंजियों में दर्ज करेंगे। पिछले सक्रिय कुष्ठ रोगी खोज अभियान दिनांक 26 फरवरी से 15 मार्च 2021 तक चलाया गया जिसमें 90 कुष्ठ रोगियों की पहचान कर निशुल्क एमडीटी, एमसीआर चप्पलें तया सेल्फ केयर किट का वितरण किया गया। उसी प्रकार हमारे सहियाओं ने करोना जैसे वैश्विक महामारी में चलाए गए सारी सर्वे के पहले चक्र में 50 कुष्ठ रोगियों तथा द्वितीय चक्र में 32 कुष्ठ रोगियों को खोज कर निशुल्क ईलाज मुहैया कराया गया। पिछले तीन सालों में पूर्वी सिंहभूम जिला में क्रमशः वर्ष 2019 में 538 कुष्ठ मरीजों में 12 दिव्यांग कुष्ठ मरीज, वर्ष 2020 में 283 कुष्ठ मरीजों में 11 दिव्यांग मरीज , वर्ष 2021 में 410 कुष्ठ मरीजों में 15 दिव्यांग मरीज तथा इस साल 2022 में अभी तक 116 नये कुष्ठ रोगियों में 2 दिव्यांग मरीजों की पहचान की गई है।
जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो ने बताया कि कुष्ठ रोग का पिछले जन्म से कोई दूर दूर तक संबंध नहीं होता हैं और न यह रोग छुने से फैलता है। इस रोग का जल्द से जल्द पहचान कर ईलाज शुरू करने से संभावित दिव्यांगता से बचा जा सकता है। कुष्ठ रोगी से भी समान्य रोगी जैसा ही व्यवहार करना चाहिए। उन्हें भी समाजिक भेद-भाव खत्म कर हमारे त्योहारों तथा कार्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें कुष्ठ रोग को भगाना हैं न कि कुष्ठ रोगियों को। हमारे जिला को कुष्ठ रोग के साथ-साथ यक्ष्मा, मोतियाबिंद तथा दिव्यांगता मुक्त करने के लिए सभी का सहयोग तथा समर्पण जरूरी है।
Comments are closed.