*बच्चों को सिख धर्म के विभिन्न पहलुओं की दी गयी जानकारी
जमशेदपुर।
गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो द्वारा आयोजित चार दिवसीय गुरमत चेतना कैंप का आगाज रविवार को गुरुद्वारा परिसर में हुआ।
गुरमत चेतना कैंप में प्रचारकों द्वारा बच्चों को सिख धर्म के विभिन्न पहलुओं की शिक्षा दी गयी। प्रचारक ज्ञानी गुरप्रताप सिंह ने प्रतिभागी बच्चों को सिख के स्वरुप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया की एक सिख को किस तरह का स्वरुप धारण करना चाहिए। उन्होंने ख़ास तौर पर कहा की सिख धर्म में टोपी धारण करना वर्जित है इसलिए सिखों को सर पर केवल दस्तार सजानी चाहिए व टोपीनुमा कोई भी चीज़ सिखों के लिए पूरी तरह वर्जित है। उन्होंने बताया की एक सिख हमेशा अपना सर ढँक कर ही रखता है चाहे वो स्त्री हो या पुरुष, ये सभी के लिए अनिवार्य है।
इसके आलावा हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने बच्चों को सिख इतिहास, रहत मर्यादा व गुरबाणी शब्द विचार साझा किया।
कैंप की शुरुआत से पूर्व सभी प्रतिभागी अरदास में शामिल हुए व कैंप की सफलता की कामना वाहेगुरु से की। बीबी मनप्रीत कौर, बीबी हरप्रीत कौर, मानगो गुरुद्वारा के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू व सुखवंत सिंह सुखु ने भी प्रतिभागियों को गुरबाणी से अवगत कराया।
आज कैंप का पहला दिन था जिसमे कुल महिला, पुरूष और बच्चों समेत कुल 185 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। कैंप दुसरे दिन भी जारी रहेगा जबकि कैंप का समापन बुधवार को होगा। मानगो गुरद्वारा के प्रधान भगवान सिंह ने बताया की कैंप का आयोजन इस बात को भी ध्यान में रख कर किया जा रहा है की इन दिनों सभी बच्चों की स्कूल की छुट्टियां चल रहीं हैं इस कारण शहर के अधिक से अधिक बच्चे कैंप में भाग लेकर अवसर का लाभ ले सकते हैं। गुरमुखी के 35-अखरी के अलावा पगड़ी व दस्तार बांधना भी कैंप में सिखाया जाएगा।
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