नई दिल्ली ।दिल्ली आज नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन का गवाह बना। इस हिंसा में एक कॉन्सटेबल सहित चार लोगों की मौत हो गई। इस बीच सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा को देखते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिलों में कल होने वाली बोर्ड परीक्षा को टालने का आग्रह किया है।दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कल सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री से दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में मंगलवार को आयोजित होने वाली बोर्ड की परीक्षा टालने का अनुरोध किया है।हालांकि इस मामले पर सीबीएसई की पीआरओ रमा शर्मा ने बताया कि कल सिर्फ 12वीं की परीक्षा है। इसके लिए पश्चिमी दिल्ली में कुल 18 सेंटर बनाए गए हैं। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में कल होने वाले परीक्षा के लिए एक भी सेंटर नहीं हैं।नगारकिता कानून को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में प्रदर्शन जारी है। यह प्रदर्शन सोमवार को हिंसा का रूप ले लिया। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल सहित चार लोगों की जान चली गई। दिल्ली के भजनपुरा इलाके में हुई हिंसा के दौरान यह शख्स घायल हुआ था। इससे पहले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल (42) की मौत हो गई थी।पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह (रतन लाल) घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
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