मधुबनी-अतिक्रमण की चपेट में शहर का चप्पा-चप्पा

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किशोर कुमार
मधुबनी 15जुन

शहरी क्षेत्र में सड़क जाम की समस्या दिन प्रतिदिन विकराल बनती जा रही है। लचर ट्रैफिक व्यवस्था सड़क जाम पर काबू पाने में अक्षम साबित हो रहा है। शहरी क्षेत्र में सड़क अतिक्रमण की समस्या कम होने के बजाय बढ़ता ही चला गया। शहर के संपूर्ण हिस्सों में सड़क किनारे फुटपाथी दुकानदारों की मनमानी सड़क जाम को बढ़ावा दे रहा है। इस दिशा में करीब चार माह पूर्व पुलिस-पब्लिक जागरुकता अभियान चलाकर शहरी क्षेत्र के अतिक्रमण से मुक्त कराने के दिशा में बेहतर पहल शुरू की गई थी। कुछ दिन चले इस अभियान के बाद फिर से अतिक्रमण की पुरानी स्थिति बन गई। गर्मी के इन दिनों चिलचिलाती धूप के बीच सड़क जाम में फंसे लोगों को निजात मिलता नजर नहीं आ रहा है।

गंगासागर चौक पर अतिक्रमण की समस्या बनी गंभीर

शहर का व्यस्ततम गंगासागर चौक पर अतिक्रमण की समस्या विकराल बन गई है। निजी बस स्टैंड सहित बीएसएनएल कार्यालय, प्रसिद्ध काली मंदिर व सरकारी बस पड़ाव को जोड़ने वाली गंगासागर चौक पर

अतिक्रमण के कारण यहां दिन भर जाम की समस्या बनी रहती है। यहां ट्रैफिक पोस्ट का निर्माण कराया गया लेकिन ट्रैफिक पुलिस का अता-पता नहीं रहने से ट्रैफिक पोस्ट पर फुटपाथी दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। यह चौक जाम की समस्या में उलझ कर रह गया है। जिससे कारण दुर्घटना की संभावनाएं भी बनी रहती है। सवाल उठता है कि फुटपाथ नहीं रहने पर आम लोगों को आवाजाही में होने वाली परेशानी के जिम्मेवार कौन है? सवाल है कि अतिक्रमणकारियों के कब्जे से गंगासागर चौक को क्यों नहीं मुक्त कराया जा सका। जिला प्रशासन व नप प्रशासन क्यों मौन साधे हुए है। सड़क अतिक्रमणमुक्त कराने की उठती रही है मांग

शहर के गृहणी ममता महतो का कहना है कि गंगासागर चौक को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए नप को आगे आना चाहिए। ताकि जाम की समस्या से छुटकारा मिल सके। प्रवीण ठाकुर का कहना है कि गंगासागर चौक पर ट्रैफिक पोस्ट को खाली कराया जाना आवश्यक है। जाम के कारण बच्चों को साथ लेकर पैदल चलना भी मुश्किल होता है। मंटु मेहता का कहना है कि गंगासागर चौक से स्टेशन चौक जाने वाली सड़क में फुटपाथी बिक्रेताओं के लिए शेड का निर्माण होना चाहिए। इससे जाम की समस्या से निजात मिलेगी। वहीं नगर परिषद के

कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा ने बताया कि शहर में फुटपाथ की जमीन को खाली कराने के लिए विशेष अभियान चलाने पर विचार हो रहा है।

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