अजीत कुमार, जामताड़ा,05 जनवरी
हार जीत चुनाव में लगा रहता है इससे हतोत्साहित होने की जरुरत नही है। कार्यकर्ता दोगुने उत्साह से लग जाए और जनता की सेवा करें। जनता जनार्दन है जो निर्णय लिया वह सिर माथे। अब जरुरत है जनता के विश्वास को पूरा करने और कसौटी पर खड़ा उतरने की। विधानसभा चुनाव में हार के लिए कार्यकर्ता जिम्मेवार नहीं हैं, बल्कि वे स्वयं जिम्मेवार हैं। उपर्युक्त बातें सोमवार को दुमका रोड स्थित पुश्तैनी आवास स्थित परिसर में हार की समीक्षा करते जामताड़ा विधानसभा के तहत आने वाले नारायणपुर, करमाटांड़, नगर पंचायत जामताड़ा व मिहिजाम से आए झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते पूर्व विधायक विष्णु प्रसाद भैया ने कही। विधायक होने के नाते वे जनता की दुखती रग को नहीं समझ पाए। कहीं न कहीं उनके स्तर से संवाद की रिक्तता रही। शारीरिक अस्वस्थता की वजह से वे जनता को सही से समय नहीं दे पाए। कार्यकर्ताओं से भी जनता की समस्याओं को लेकर समय–समय पर विचार–विनिमय नहीं हो सका। तृतीय स्थान पर रहने के बाद भी प्रतिद्वंद्वी विजेता व उपविजेता को जनता के समर्थन से कड़ी टक्कर देने का काम किया। उन्हें 52 हजार से अधिक मत मिला जो कहीं न कहीं कार्यकर्ताओं के मेहनत का ही परिणाम कहा जा सकता है। उन्हें सभी विरादरी के मतदाताओं का मत मिला। पूर्व विधायक ने उपस्थित झामुमो कार्यकर्ताओं से कहा कि हार से विचलित होने की जरूरत नहीं है। जामताड़ा की जनता समझदार है उन्होंने जो भी निर्णय लिया है उन्हें स्वीकार है। राजनीति दांव–पेंच की बात है जिसे कुछ मतदाता भ्रम की स्थिति में रहने के कारण नहीं समझ पाए। वे चुनाव में हारने के बाद भी जनता के सुख–दु:ख में कदम से कदम मिला कर चलना चाहते हैं। उनकी शिकायतों को प्राथमिकता के तहत समाधान करना चाहेंगे। कार्यकर्ताओं से कोई गिला–शिकवा नहीं है। वे मन को छोटा नहीं होने दें। वे बेहिचक पूर्वक क्षेत्र की सार्वजनिक व अपनी समस्या को खुल कर उनके समक्ष रखें। उनका प्रयास होगा कि आपके सहयोग से समस्या का समाधान हो। झामुमो के पदेन पदाधिकारियों व वरीय कार्यकर्ताओं ने भी हार के समीक्षा के दौरान निजी राय को रखा। समीक्षा बैठक में अधिकाधिक झामुमो कार्यकर्ताओं की उपस्थिति हुई।
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