सहरसा-अनुमंडल क्षेत्र में बाढ़ की स्थिती जस की तस,राहत तेज

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24 पंचायतों के 1 लाख 34 हजार की आबादी बाढ़ से है प्रभावित
6 राहत शिविरों में 5 हजार लोग को रखा गया है,70 नावों का किया जा रहा परिचालन
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती।
अनुमंडल क्षेत्र के तीनों प्रखंडों में बाढ़ की स्थिती जस की तस बनी हुई हैं। दो दिनों से पानी कमी के बाद शनिवार सुबह से एक बार फिर कोसी बराज से डिस्चार्ज बढ़ोतरी के बाद पानी बढ़ना शुरू हो गया है।
इस अनुमंडल के तीनों प्रखंडों क्रमश: सिमरी बख्तियारपुर,सलखुआ एवं बनमा-ईटहरी के कुल 24 पंचायतों के 1 लाख 34 हजार की आबादी बाढ़ से है प्रभावित वही 6 बाढ़ राहत शिविरों में प्रशासन ने 5 हजार 1 सौ 93 लोगों को रखा गया है जिन्हें सरकारी सुविधा के साथ खाना उपल्बध करा रही हैं। वही बाढ़ पीड़ीतों के बीच 70 नावों का किया जा रहा परिचालन किया जा रहा हैं।
सरकारी आकड़ो को देखे तो सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में 31 गाँवो के लगभग 35 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित है परंतु आश्चर्यजनक यह है कि दो कैम्पों में विस्थापितों की संख्या मात्र 2534 है। यहां की 6 पंचायतों को आंशिक व 4 पंचायतों को पूर्ण बाढ़ प्रभावित बताया गया है।
वही सलखुआ प्रखंड के बाढ़ प्रभावित गांव की संख्या 38 है और वही बाढ़ प्रभावित लोगो का आंकड़ा 71 हजार है जिसमे दो कैम्पों में विस्थापित लोगो की संख्या मात्र 1466 है। इस प्रखंड के कुल 11 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित वही 3 पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित हैं। यहां 70 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है।
वही बनमा में प्रभावित गाँवो की संख्या 16 है और प्रभावित लोग 28 हजार है लेकिन कैम्प में विस्थापित मात्र 1193 है।यहां की कुछ 7 पंचायतों में 5 पंचायत आंशिक तो मात्र दो पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित हैं।
सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ और बनमा में दो – दो बाढ़ राहत कैम्प चल रहे है। प्रशासन की ओर से बाढ़पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे नाव की तो प्रशासनिक आकड़ो के मुताबिक सिमरी में एक सरकारी और छब्बीस निजी, सलखुआ में एक सरकारी और चालीस निजी, बनमा में चार निजी नाव चलाये जा रहे।

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