चांडिल, सरायकेला :- एक तीर एक कमान आदिवासी एक समान नारे के साथ आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सुकलाल पहाड़िया एवं श्यामल मार्डी के नेतृत्व में विशाल पदयात्रा चाण्डिल स्टेशन डाक बंगला से चाण्डिल गोलचक्कर में समापन्न किया गया । सिन्दुकान्हु का विधिवत् माल्यापन कर जमशेदपुर रिंगल मैदान के कार्यक्रम में शामिल हुये । कार्यक्रम सपन्न में सुकलाल पहाड़िया संबोधित करते हुये कहा की २१ वीं सदी में भी विश्व के विभिन्न देशां में निवासरत जनजातिय आदिवासी समाज अपनी उपेक्षा, गरीबी, अशिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा का अभाव ,बेरोजगारी एव बंधवा मजदूर जैसी समस्याआें से ग्रसित है। जनजातीय समाज के उक्त समस्याआें के निकराकरण हेतु विश्व ध्यानाकर्षण के लिये १९९४ मे संयुक्त राष्ट्र संघ के महासभा द्वारा प्रतिवर्ष ९ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने का फैसला लिया । श्री पहाड़िया ने कहा की जहां झारखण्ड में आदिवासीयों के विकास के लिए संविधान में अंकित है परन्तु राज्य सरकार इस 5 वीं अनुसूची का अनुपालन करने से डरती है । आज भी राजनिति के घ्रुवीकरण के कारण झारखण्ड में आदिवासी को आजतक हक अधिकार नही मिला । इस मौके पर समिति के श्यामल मार्डी, महावीर मूर्मू, विद्याधर उरॉव, कर्मु मार्डी,आदी संगठन के सैकड़ों लोग शामिल है ।
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