सरायकेला।
ईचागढ थाना क्षेत्र के पिलीद जंगल में नौ हाथीयों का झुंड गुरूवार की सुवह करीब 5 बजे बंगाल की ओर से पहूँचा । हाथीयों का खबर फैलते ही लोगों का हूजुम पिलीद जंगल में उमङ पढा । किसानों को अपना खेतों में लगे धानों को लेकर काफी परेशान है ।
दर्जनों किसानों के खेतों में लगे धानों को रौंदा
ईचागढ- पिलीद, सालुकडीह, चोगाटाँढ सहित कय गाँवों के किसानों के खेत मे लगे धानों को हाथीयों ने रौंद डाला । हाथीयों ने गुरूपद महतो, परान महतो, राज मंगल महतो, बीक्रम सिंह मुंडा , शांति देवी, डोमन सिंह मुंडा सहित दर्जनों किसानों का खेत में लगे धानों को रौंद डाला ।
वनपाल व मुखीया ने दस्ता के बीच बाँटे पटाखा, मोबील
ईचागढ– पिलीद जंगल में हाथीयों का समाचार मिलते ही गुरूवार को वनपाल रविन्द्र कुमार एवं मुखीया पंचानन पातर ने हाथी भगाने वाले ग्रामीण दस्ता के बीच पटाखा, जला मोबील एवं बोरा का वितरण किया । वनपाल ने पिलीद , रहङाडीह, रघुनाथपूर आदि गाँवों के दस्ता के बीच पटाखा , मोबील आदि का वितरण किया । पिलीद जंगल में आए हाथीयों का जायजा भी लिया ।
ग्राम वन प्रवंधन एवं सुरक्षा समिति के दस्ता को डेढ बर्ष से नही मिला पारिश्रमिक
ईचागढ– पिलीद, कुटाम रघुनाथपूर, रहङाडीह, जारगोडीह, सालुकडीह सहित क्षेत्र के हाथी प्रभावित गाँवों मे बने ग्राम वन प्रवंधन एवं सुरक्षा समिति( हाथी भगाने वाली दस्ता) के 15 सदस्यों वाली टीमों को डेढ बर्ष से पारिश्रमीक का भूगतान वन बिभाग द्वारा नही किया गया है । पिलीद उङन दस्ता के अध्यक्ष तापस महतो ने बताया की दस्ता के सदस्य जान को जोखीम में डालकर हाथी से लोगों को सुरक्षा प्रदान करते हैं । डेलीवेज पर मिलने वाले मजदुरी नही दीए जाने से दस्ता के सदस्य हाथीयों को भगाने नही जा रहा है ।
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