गम्हरिया।
आखिरकार जिन्दगी और मौत से जूझ रहा दस वर्षीय विकलांग निर्मल मंडल की मौत इलाज के अभाव से हो गई। उसके इलाज के लिए उसकी माता कान्ड्रा के कंचनपाड़ा निवासी वंदना मंडल ने प्रशासनिक अधिकारियों समेत कई समाजसेवियों के समक्ष मदद की गुहार लगाई। किन्तु उसे कहीं से मदद नहीं मिल सका। अन्ततः उसके पुत्र की मौत हो गई। विदित है कि निर्मल मंडल विगत दो वर्षों से विकलांग की जिंदगी गुजार रहा था। उसका दोनों हाथ और पैर काम नहीं कर रहा था। उसकी गरीब व लाचार माता अपने बच्चे के इलाज के लिए सीडीपीओ व बीडीओ के पास आवेदन देकर चक्कर लगा रही थी किन्तु उसपर अबतक कोई कारवाई नहीं की गई थी। पैसे की अभाव में उसे अपने पुत्र का इलाज कराना मुश्किल हो रहा था। जिला सिविल सर्जन सरायकेला द्वारा बच्चे को विकलांगता प्रमाण पत्र दिए जाने के बावजूद वह विकलांगता पेंशन से बंचित था।
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