गम्हरिया।
कांड्रा पुलिस द्वारा बाजार में सुअर मांस बेचने वालों पर प्रतिबंध लगा दिए जाने से आक्रोशित सैंकड़ों आदिवासी महिला पुरूषों ने बुधवार को विरोध प्रकट किया। महिलाओं ने बतााया कि सुअर, बकरी, मुर्गी पालन यहाँ के आदिवासी मूलवासियों का पारंपरिक व्यवसाय है तथा किसानों का आर्थिक स्रोत भी है जो सदियों से चला आ रहा है। इसका पालन के लिए सरकार की ओर से महिला समिति, ग्रामीण एवं किसानों को प्रशिक्षण एवं ऋण देकर स्वावलम्बी बनाया जा रहा है। इस दौरान डुमरा की मुखिया पियो हांसदा व रपचा की मुखिया सुकुमती मार्डी के नेत्त्व में महिलाओं ने थाना प्रभारी को एक ज्ञापन सौंप कर सकारात्मक कार्रवाई करने की मांग की है वरना तीब्र आंदोलन करने की बात कही।
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