नई दिल्ली। देश एवं समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नारी शक्ति परिवार, सारे समाज और देश को एकता के सूत्र में बांधती है और हम सभी के लिये प्रेरणा की स्रोत हैं। मोदी ने कहा कि देश में हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही है, गौरव बढ़ा रही है। सशक्तिकरण आत्मनिर्भरता का ही एक रूप है, आज नारी शक्ति सशक्त एवं आत्मर्निभर बन रही हैं।
आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ बात है ऐसी कि हस्ती मिटती नहीं हमारी’। वो बात क्या है, वो बात है, लचीलापन, बदलाव…. जो काल-बाह्य है उसे छोड़ना, जो आवश्यक है उसका सुधार स्वीकार करना। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की विशेषता है – आत्मसुधार करने का निरंतर प्रयास । आत्म सुधार भारतीय परम्परा, यह हमारी संस्कृति हमें विरासत में मिली है। किसी भी जीवन-समाज की पहचान होती है उसका आत्म सुधार तंत्र। सामाजिक कुप्रथाओं और कुरीतियों के ख़िलाफ सदियों से हमारे देश में व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर लगातार प्रयास होते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले बिहार ने एक रोचक पहल की। राज्य में सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने के लिए 13 हज़ार से अधिक किलोमीटर की विश्व की सबसे लम्बी मानव-श्रृंखला, बनाई गयी। इस अभियान के द्वारा लोगों को बाल-विवाह और दहेज़-प्रथा जैसी बुराइयों के खिलाफ़ जागरूक किया गया। दहेज़ और बाल-विवाह जैसी कुरीतियों से पूरे राज्य ने लड़ने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि समाज के सभी लोगों को सही मायने में विकास का लाभ मिले इसके लिए ज़रुरी है कि हमारा समाज इन कुरीतियों से मुक्त हो। आइये हम सब मिलकर ऐसी कुरीतियों को समाज से ख़त्म करने की प्रतिज्ञा
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