धनबाद।
सुरक्षा कारणो से विगत दिनों धनबाद – चंद्रपुरा रेल खंड पर बंद किये यात्री ट्रेनो का पुनः परिचालन की माँग को लेकर गिरिडीह सांसद रवींद्र कुमार पाण्डेय आज रेल मंत्रालय मे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा से और प्रधानमंत्री कार्यालय मे प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्रा से मिल कर धनबाद – चंद्रपुरा रेल खंड पर सभी ट्रेनो का परिचालन अविलंब पुनःयथावत चालू करने की माँग करते हुए कहा कि उक्त रेल खंड पर सभी ट्रेनो का परिचालन अचानक बंद करके विकल्प तलाशना अव्यहारिक और अविवेकपूर्ण निर्णय है। इस अविवेकपूर्ण निर्णय के कारण उक्त क्षेत्र का आवागमन के साथ साथ जन जिवन अस्त व्यस्त हो गया है। लाखों लोगों के समक्ष रोजीरोटी के साथ आवागमन का संकट उत्पन्न हो गया है। झारखंड की राजधानी से संथाल परगना क्षेत्र का रेल संपर्क टुट गया है।यधपी धनबाद रेल मंडल मे धनबाद -चंद्रपुरा रेल खंड से अत्यधिक कोयला ढुलाई के कारण सबसे ज्यादा रजस्व प्राप्त होता है। श्री पाण्डेय ने कहा कि धनबाद कतरास रेल लाईन के निचे वर्षो से लगी आग को बुझाने अथवा नियंत्रित करने हेतु विभिन्न ऐंंजेसियों द्वारा जाँचोपरांत किये गये अनुसंशा पर गंभीरता से अमल नही किया गया। वर्तमान तकनीक के युग मे आग को नियंत्रित करना असंभव नही है।जानकार सूत्रों के अनुसार वर्तमान मे रेल लाइन असुरक्षित नही है और निकट भविष्य मे भी कोई खतरा नही था। इसलिए धनबाद – चंद्रपुरा रेल खंड पर ट्रेनोंं का परिचालन यथावत जारी रखते हुए वैकाल्पिक लाइन विछाया जा सकता है। अधिकारियों पर मंत्रालय को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि, इतना बड़ा जन विरोधी निर्णय लेने से पूर्व क्षेत्रीय सांसद अथवा जन प्रतिनिधियों को विश्वास मे नही लिया गया,इसलिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति मे संबंधित अधिकारियों की मंत्रालय के स्तर पर बैठक आहूत किया जाय । सांसद की माँग को गंभीरता से लेते हुए रेलमंत्री मनोज सिंन्हा ने अश्वस्त किया की, विशेषज्ञों द्वारा उक्त रेल खंड पर पुर्ववत ट्रेनों का परिचालन के लिए हर संभव प्रयास किया जायगा। उक्त आलोक मे जाँचोपरांत आगामी 30 जून तक हर हाल निर्णय लिया जायेगा। प्रघानमंत्री की व्यस्तता के कारण प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्रा ने भी सांसद को अश्वस्त किया कि, उनकी माँग और जन भावनाओं से प्रधानमंत्री को अवगत कराया जायेगा और प्रधानमंत्री के साकारात्मक हस्तक्षेप से धनबाद च़द्रपुरा लाइन पर ट्रेनों के परिचालन के लिए हर स़भव प्रयास किया जायेगा।
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