जमशेदपुर-शिक्षा प्रसार केंद्र सार्वजनिक कराए निज़ी स्कूलों के ऑडिट रिपोर्ट : अंकित

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● टेल्को क्षेत्र के निज़ी स्कूलों के विगत पाँच सालों के ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक करने की माँग
● मानव संसाधन विकास विभाग (झारखण्ड) के आदेश के आलोक में सौंपा गया पत्र

जमशेदपुर।
भाजपा जमशेदपुर महानगर के जिला मीडिया प्रवक्ता अंकित आनंद ने टेल्को क्षेत्र के स्कूलों को नियंत्रित करने वाली संस्था ‘शिक्षा प्रसार केंद्र’ को ज्ञापन सौंपकर सभी प्राइवेट स्कूलों के पिछले पाँच सालों की ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक करने की माँग की है। साल 2015 में राज्य के मानव संसाधन विकास विभाग की तत्कालीन सचिव अराधना पटनायक के आदेश के आलोक में भाजपा नेता ने यह माँग उठाया है। शिक्षा प्रसार केंद्र (टेल्को) के सचिव के नाम प्रेषित यह माँग पत्र उनकी अनुपस्थिति में केंद्र की अधिकारी रूथ पर्किंस को सौंपी गयी।

इस पत्र के साथ में जिला शिक्षा अधीक्षक और आरटीई के नोडल पदाधिकारी बाँके बिहारी सिंह द्वारा पिछले वर्ष 08,दिसम्बर को ज़िले के सभी प्राइवेट स्कूलों को लिखे गए पत्र को संलग्न किया है जिसमें सीएम के प्रधान सचिव और मानव संसाधन विकास विभाग की सचिव द्वारा दिये गए दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया था।

इस आशय की जानकारी देते हुए भाजपा प्रवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता अंकित आनंद ने बताया कि अभिभावकों से मोटी रकम ऐंठने वाले स्कूलों को यह बताना ही होगा कि अभिभावकों की गाढ़ी कमाई कहाँ ख़र्ची जा रही है। इस आलोक में सीबीएसई एवं आईसीएसई बोर्डों ने भी कई बार सर्कुलर जारी करते हुए स्कूलों को अपने वेबसाइट पर सूचना प्रदर्शित करने को निर्देशित किया है। वहीं राज्य के मानव संसाधन विकास विभाग ने भी वर्ष 2015 में राज्य भर के स्कूलों को इस आलोक में दिशा निर्देश दिया था कि स्कूल पिछले तीन सालों के ऑडिट रिपोर्ट की जानकारी अपने ज़िले के शिक्षा अधीक्षक को उपलब्ध कराएँगे ताकि उसकी समीक्षा कर वैधानिक प्रावधानों के अनुरूप यथोचित निर्णय लिए जा सकें। यदपि किन्हीं स्कूलों ने ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है।

भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि शिक्षा देने और समाज उत्थान के उद्देश्य से स्थापित निज़ी स्कूल पिछले कुछ वर्षों में व्यावसायिक लाभ कमाने की मंशा से जुटी हुई हैं। कहा कि विधिवत स्कूलों का संचालन नो प्रोफाइल-नो लॉस के सिद्धांत पर होनी चाहिए, किन्तु यहाँ अभिभावकों से मोटी रकम हर साल ऐंठे जाते हैं। कहा कि “सोशल वर्क बीगिंस फ्रॉम होम” अर्थात सामाजिकता की शुरुआत अपने घर से होनी चाहिए। टेल्को मेरा गृह क्षेत्र है, और यहाँ शिक्षा का व्यवसाईकरण ज़ोरों पर है। ऐसे में ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते इस अव्यवस्था और मनमानी को रोकना प्रथम दायित्व है। अंकित आनंद ने कहा कि टेल्को क्षेत्र के कई निज़ी स्कूलों का संचालन करने वाली संस्था ‘शिक्षा प्रसार केंद्र’ को सात दिनों का समय दिया गया है। माँगें पूर्ण न होने के आलोक में ज़ोरदार अभियान का शंखनाद होगा।

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